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    अंतरराष्ट्रीय पावरलिफ्टिंग खिलाड़ी मीरजापुर की निधि सिंह पटेल आर्थिक तंगी के कारण मुश्किल दौर में

    By Saurabh ChakravartyEdited By:
    Updated: Wed, 11 Aug 2021 08:28 PM (IST)

    निधि सिंह पटेल ने विदेशी धरती पर इंटरनेशनल लेवल के खिलाड़ियों को मात देकर देश का गौरव बढ़ाया लेकिन सरकार की उदासीनता से वह काफी दुखी हैं। प्रदेश सरकार ...और पढ़ें

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    निधि सिंह पटेल ने विदेशी धरती पर इंटरनेशनल लेवल के खिलाड़ियों को मात देकर देश का गौरव बढ़ाया

    जागरण संवाददाता, मीरजापुर। मेडल क्वीन व गोल्डन गर्ल के नाम से मशहूर विश्वभर में पहचान बनाने वाली अंतरराष्ट्रीय पावरलिफ्टिंग खिलाड़ी निधि सिंह पटेल आर्थिक तंगी से जूझ रही है। गरीब परिवार से होने के बावजूद वह आज भी देश के लिए खेलने की चाहत रखती हैं, लेकिन अभी तक उसे राजनीतिक गलियारों से कोई बड़ी सहायता नहीं मिली।

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    नरायनपुर ब्लाक के पचेवरा गांव निवासी निधि सिंह पटेल ने विदेशी धरती पर इंटरनेशनल लेवल के खिलाड़ियों को मात देकर देश का गौरव बढ़ाया, लेकिन सरकार की उदासीनता से वह काफी दुखी हैं। प्रदेश सरकार की ओर से अभी तक उन्हें कोई सहायता या पुरस्कार नहीं दिया गया। निधि के कोच कमलापति त्रिपाठी कहते हैं कि निधि जैसी होनहार खिलाड़ी को सरकार का प्रोत्साहन मिलना चाहिए। प्रदेश में खिलाड़ियों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। निधि सिंह पटेल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की बहू है, फिर भी खेल जगत में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुकी निधि देश के लिए पदक लाने की चाहत लिए मुश्किल दौर से गुजर रही हैं। उन्हें किसी जनप्रतिनिधि से 25 लाख रुपये की कोई मदद नहीं मिली है। ऐसे में उन्हें हर स्तर पर सहयोग की जरूरत है जिससे वह आगे भी देश के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल सकें। बिहार, हरियाणा में पावरलिफ्टिंग खिलाड़ियों को पदक लाने पर सरकार खिलाड़ियों को नौकरी दे रही है। निधि सिंह पटेल कामन वेल्थ गेम में तीन बार गोल्ड लाई, लेकिन आज तक नौकरी तो दूर सरकार की तरफ से सम्मान भी नहीं दिया गया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अब तक निधि सिंह पटेल 10 स्वर्ण पदक, तीन रजत पदक और दो कांस्य पदक जीत चुकी है।

    अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी निधि सिंह पटेल की उपलब्धियां

    - 2010 में फिलिपींस की राजधानी मनिला में एशिया बेंच प्रेस पावरलिफ्टिगं में 52 किग्रा भारवर्ग में रजत पदक।

    - अगस्त 2011 में एशिया बेंच प्रेस पावरलिफ्टिंग ताइवान में 57 किग्रा भारवर्ग में कांस्य पदक।

    - 2011 दिसंबर में पावरलिफ्टिगं कामन वेल्थ लंदन में 57 किग्रा भारवर्ग में पांच स्वर्ण पदक।

    - जुलाई 2015 में एशिया सीनियर महिला पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप हांगकांग में 57 किग्रा भारवर्ग में कांस्य पदक।

    - अक्टूबर 2015 में ओमान में एशिया बेंच प्रेस पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक और एशिया की सबसे शक्तिशाली महिला उपाधि।

    - अक्टूबर 2014 में एशियन बेंच प्रेस पावरलिफ्टिंग उज्बेकिस्तान में रजत पदक।

    - नवंबर 2016 में वर्ल्ड कप में प्रतिभाग किया।

    - जनवरी 2017 में एशिया पावरलिफ्टिंग जमशेदपुर में तीन स्वर्ण पदक एवं तीनों में स्ट्रांग वूमेन आफ इंडिया का खिताब मिला।

    - कामन वेल्थ दक्षिण अफ्रीका में एक स्वर्ण पदक।