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    नौसेना की भावी क्षमताएं स्वदेशी समाधानों पर निर्भर

    By Sangram SinghEdited By: Jagran News Network
    Updated: Thu, 18 Sep 2025 08:40 PM (IST)

    Indian Navy is the maritime shield of the nation Blue Economy is the second IT sector of the country

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    नौसेना की भावी क्षमताएं स्वदेशी समाधानों पर निर्भर

    - एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने छात्रों से कहा, ब्लू इकोनमी देश का दूसरा आइटी सेक्टर

    - कहा, 95 प्रतिशत व्यापार, 85 प्रतिशत कच्चा तेल व 99 प्रतिशत इंटरनेट डेटा समुद्री मार्गों से

    जागरण संवाददाता, वाराणसी :

    भारतीय नौसेना अध्यक्ष एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने गुरुवार को आइआइटी बीएचयू के विद्यार्थियों को 'विकसित भारत@2047' के सपने को साकार करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने भारत की समुद्री विशेषताओं पर प्रकाश डाला। कहा कि देश का 95 प्रतिशत व्यापार, 85 प्रतिशत कच्चा तेल और 99 प्रतिशत इंटरनेट डेटा समुद्री मार्गों से संचालित होता है। उन्होंने 'ब्लू इकोनमी' (महासागरों और समुद्री संसाधनों का लगातार और कुशल उपयोग करके आर्थिक विकास करना, नौकरियां पैदा करना) को दूसरा आइटी सेक्टर बताते हुए इसे भारत की अगली बड़ी विकास धारा के रूप में परिभाषित किया। विद्यार्थियों से आह्वान किया कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता, रोबोटिक्स, एडवांस्ड मटेरियल्स और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में नवाचार करें, क्योंकि नौसेना की भावी क्षमताएं स्वदेशी समाधानों पर निर्भर करतीं हैं। वह आइआइटी बीएचयू में विद्यार्थियों, संकाय सदस्यों एवं कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे।

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    उन्होंने भारतीय नौसेना को ‘राष्ट्र की समुद्री ढाल’ बताते हुए चार अरब डालर के व्यापार वाले लाल सागर मार्ग में व्यापारी जहाजों की सुरक्षा में उसकी भूमिका को उजागर किया। साथ ही मानवीय सहायता और साहसिक बचाव अभियानों में भारतीय नौसेना के कार्यों का उल्लेख किया। बीएचयू की 100 वर्षों से भी पुरानी विरासत की सराहना की। बोले, आइआइटी बीएचयू ने पीढ़ी दर पीढ़ी ऐसे इंजीनियर और आइटी पेशेवर तैयार किए,जिन्होंने भारत की प्रौद्योगिकी क्षमता एवं औद्योगिक विकास को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। अपने नेतृत्व अनुभव साझा करते हुए उन्होंने ईमानदारी, विपरीत परिस्थितियों में धैर्य, साहस, विनम्रता और निःस्वार्थ सेवा जैसे मूल्यों पर बल दिया। स्वामी विवेकानंद के प्रेरक वचन 'उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक न रुको' के साथ विद्यार्थियों को 'ड्रीम, डेयर एंड डिलीवर' का संदेश दिया। एडमिरल ने आइआइटी के निदेशक प्रो. अमित पात्रा से मुलाकात की। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रो. सुशांत कुमार श्रीवास्तव के स्वागत भाषण से हुआ। इस अवसर पर प्रो. एनके मुखोपाध्याय, नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी कैप्टन अदित पटनायक, कमांडर प्रिंस मट्टा और कैप्टन प्रांजल कपिल भी उपस्थित रहे।

    आइआइटी बीएचयू के दीक्षा समारोह में इसरो अध्यक्ष होंगे विशिष्ट अतिथि

    आइआइटी बीएचयू का 14वां दीक्षा समारोह 16 अक्तूबर को आयोजित किया जाएगा। मुख्य अतिथि सुकांत मजूमदार राज्य मंत्री, शिक्षा मंत्रालय होंगे। मजूमदार उच्च शिक्षा एवं अनुसंधान के क्षेत्र में अपनी दूरदृष्टि और नवाचारोन्मुखी दृष्टिकोण के लिए ख्यात हैं। युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से राष्ट्रनिर्माण में योगदान के लिए प्रेरित करना चाहते हैं। विशिष्ट अतिथि डा. वी. नारायणन ख्यात भारतीय क्रायोजेनिक इंजीनियर एवं राकेट वैज्ञानिक होंगे। डा. नारायणन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष तथा अंतरिक्ष विभाग (डीओएस) के सचिव के पद पर आसीन हैं। उन्होंने देश के अंतरिक्ष कार्यक्रम को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में अग्रणी भूमिका निभाई है।