वाराणसी में मानवाधिकार दिवस पर मानव श्रृंखला बनाकर मांगा बराबरी का अधिकार
वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर आशा ट्रस्ट और लोक समिति के सहयोग से बेनीपुर बाजार में छात्र-छात्राओं और ग्रामीणों ने मानव श्रृंखला बनाई। ...और पढ़ें

छात्र-छात्राओं और ग्रामीणों ने बेनीपुर बाजार में एक मानव श्रृंखला बनाई।
जागरण संवाददाता, (मिर्जामुराद) वाराणसी। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर आशा ट्रस्ट और लोक समिति के सहयोग से मौलिक अधिकारों के संरक्षण की मांग को लेकर छात्र-छात्राओं और ग्रामीणों ने बेनीपुर बाजार में एक मानव श्रृंखला बनाई।
बेनीपुर मुख्य बाजार से कल्लीपुर तक एक किलोमीटर तक खड़े होकर लोगों ने "चुप नहीं रहना है, हिंसा नहीं सहना है", "बाल विवाह बंद करो", "महिला हिंसा बंद करो", "दहेज प्रथा पर रोक लगाओ", "यौन हिंसा पर रोक लगाओ" जैसे नारे लगाते हुए जोरदार प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर लोक समिति के संयोजक नंदलाल मास्टर ने कहा कि गरीबों, दलितों और महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा के मुद्दे पर बात करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि शोषण, अन्याय, जुल्म और गैर-बराबरी के खिलाफ हमें एकजुट होकर खड़ा होना होगा।
हिंसा एक छोटा शब्द है, लेकिन इसका अर्थ और प्रभाव बहुत व्यापक है। महिलाओं और मजदूरों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि हमें विभिन्न कानूनों की जानकारी होनी चाहिए ताकि हम अपने अधिकारों की रक्षा कर सकें।
दिहाड़ी मजदूर संगठन के संयोजक रामबचन ने कहा कि पुलिस थाने में लाए गए व्यक्ति के साथ अमानवीय बर्ताव नहीं किया जा सकता। उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, तो पुलिस को उसकी गिरफ्तारी की जानकारी देनी होगी। किसी को जबरन नहीं पकड़ा जा सकता और गिरफ्तार व्यक्ति को 24 घंटे के अंदर सक्षम कोर्ट में पेश करना अनिवार्य है।
गिरफ्तार व्यक्ति को अपने परिचितों से या टेलीफोन पर बात करने की सुविधा भी दी जानी चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस कर्मियों को अपनी वर्दी और नेमप्लेट लगाकर ही पूछताछ करनी चाहिए और किसी महिला को पुलिस थाने में अकारण नहीं रोका जा सकता। इन सभी मुद्दों पर जागरूकता फैलाने का प्रयास किया गया।
कार्यक्रम में मां कंचन देवी जूनियर हाई स्कूल, भारतीय शिक्षा निकेतन, परम हंस स्कूल, आशा सामाजिक स्कूल के बच्चे, किशोरी सिलाई प्रशिक्षण केंद्र नागेपुर और बेनीपुर की किशोरी लड़कियां, तथा गाँव के महिला स्वयं सहायता समूह की सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया।
इस अवसर पर धीरेन्द्र प्रताप, विजेंद्र प्रताप, पुष्पेंद्र प्रताप, नंदलाल मास्टर, रामबचन, अनीता, सुनीता वर्मा, अब्दुल रहमान, राजकुमार मौर्य, रुखसाना बानो, अरविंद, संगीता सोनी, आशा, मनीषा, मधुबाला, सुनील मास्टर, श्यामसुंदर, सीमा, मनीष, शिवकुमार आदि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का नेतृत्व लोक समिति के संयोजक नंदलाल मास्टर ने किया और संचालन रामबचन ने किया। मानवाधिकार दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम ने समाज में समानता और मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने का महत्वपूर्ण कार्य किया।

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