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    Hello Doctor : चिकित्सकीय सलाह के बिना एंटीबायोटिक और पेरासिटामोल का न करें प्रयोग, अधिक सेवन से हो रहा नुकसान

    By shivam singhEdited By: Saurabh Chakravarty
    Updated: Thu, 13 Oct 2022 08:19 PM (IST)

    बदलते मौसम में अधिकतर लोग बीमार पड़ रहे है। सर्दी जुकाम बुखार डेंगू मलेरिया समेत कई तरह के मरीज अस्पताल पहुंच रहे है। ऐसे में कई लोग बिना डाक्टर के सलाह के मेडिकल स्टोरों और झोलाछाप से लगातार एंटीबायोटिक और पेरासिटामोल का प्रयोग कर रहे है।

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    डा. शशिभूषण उपाध्याय और जिला मलेरिया अधिकारी डा. शरद चंद्र पांडेय ने पाठकों के जिज्ञासा को शांत किया।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी : बदलते मौसम में अधिकतर लोग बीमार पड़ रहे है। सर्दी, जुकाम, बुखार, डेंगू मलेरिया समेत कई तरह के मरीज अस्पताल पहुंच रहे है। ऐसे में कई लोग बिना डाक्टर के सलाह के मेडिकल स्टोरों और झोलाछाप से लगातार एंटीबायोटिक और पेरासिटामोल का प्रयोग कर रहे है, जिसकी वजह से लीवर और फेफड़ों में खराबी आ रही है।

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    यह बात दैनिक जागरण के हेलो डाक्टर में आए फिजिशियन और कैंसर रोग विशेषज्ञ डा. शशिभूषण उपाध्याय का। कहा कि बिना विशेषज्ञ डाक्टर के किसी तरह की दवा का सेवन करना जोखिम भरा हो सकता है। वहीं दूसरी ओर डेंगू से बचाव को लेकर जिला मलेरिया अधिकारी डा. शरद चंद्र पांडेय ने पाठकों के प्रश्नों के उत्तर देकर उनकी जिज्ञासा को शांत किया।

    एक साल से शरीर में दर्द बना हुआ है। साथ ही वेट भी बहुत कम हो रहा है। ऐसे में क्या करें?

    -अमन पांडेयपुर (वाराणसी

    मंडलीय चिकित्सालय आकर विशेषज्ञ डाक्टर से संपर्क कर जांच करा लें। सही तरह से उपचार कराने पर आप स्वस्थ हो जाएंगे।

    डेंगू से बचाव को लेकर क्या करना चाहिए?

    - शिव बचन, करियापुर (मऊ), इंद्रमडी शर्मा (आजमगढ़) और चंदन कुमार जायसवाल (जौनपुर)

    102 डिग्री से अधिक बुखार होने पर और आंखों और जोड़ों में दर्द होने पर नजदीकी सरकारी अस्पताल जाकर जांच कराएं। जल्दी स्वस्थ हो जाएंगे।

    डेंगू से बचाव को लेकर गांव में छिड़काव नहीं हो रहा है। क्या करें?

    - ज्ञानधर पांडेय ग्राम बबुरा (मीरजापुर) और राजीव कुमार मधबन कटघरा (मऊ)

    खंड विकास अधिकारी को लिखित शिकायती पत्र दें। साथ ही उसकी कापी सीएमओ कार्यालय में दें। समस्या का समाधान हो जाएगा।

    डेंगू होने पर क्या करें। प्लेटलेट्स की कमी होने पर व्यवस्था कैसे हो पाएगी?

    - अंशुमान मालवीय, महमूरगंज (वाराणसी )

    तेज बुखार, बदन दर्द, आंखों में दर्द होने पर डेंगू के लक्षण है। डोनर होने पर तुरंत प्लेटलेट्स सरकारी अस्पताल में मिल जाता है। साथ गरीब और असहाय लोगों को चिकित्सालय द्वारा ही व्यवस्था प्रदान की जाती है।

    उम्र 60 वर्ष है। रात के समय ठंडा चावल खा लिए थे। साइनोसाइटिस की समस्या लग रही है, क्या करें?

    - पीएन गुप्ता भाटी (मऊ)

    जिला अस्पताल में जाकर जांच करा लो। कई बार और बीमारियां रहती है। जांच के बाद सही तरह से उपचार हो सकता है।

    डेंगू मलेरिया से बचाव को लेकर क्या करना चाहिए?

    - डा. संजय खरवाडीह (गाजीपुर)

    घर के आसपास पानी जमा न होने दें। मच्छर होने पर पूरा परिवार चपेट में आ सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि घर के 60 मीटर के दायरे में कहीं जल जमाव न होने दें।

    वर्षीय किशोर शिवम पांडेय रात में सोते समय हाथ चुसता है, क्या करें?

    -सुनील कुमार पांडेय (आजमगढ़)

    नींद में सोते समय अगर हाथ मुंह में डाल रहा है तो उसे जगा दो। साथ ही कुछ देर टहला दो। ऐसा करना से कुछ दिन में आदत छूट जाएगी।

    सामान्य तौर पर डेंगू के लक्षण

    मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द

    शरीर पर पड़ने वाले लाल निशान जो थोड़े समय बाद ठीक होने के बाद पुनः वापस भी आ जाते हैं

    तेज बुखार

    बहुत तेज सिर दर्द

    आंखों के पीछे दर्द

    उल्टी-दस्त आना और चक्कर महसूस होना

    डेंगू से बचाव

    जितना हो सके आप मास्किटो रेपलेंट्स, मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। अपने घर के दरवाजे और खिड़कियों को शाम होने से पहले बंद कर दें, शरीर को पूरी तरह से कवर करने वाले कपड़े पहनें। सुनिश्चित करें कि आसपास पानी इकट्ठा न हो। कूलर का पानी बदलते रहें। पानी को ढक कर रखें।