वाराणसी में बोलीं राज्यपाल - 'लिव इन रिलेशन में न आएं बेटियां, टुकड़े करके भरने वालों को देखा है'
वाराणसी में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि बेटियां लिव इन रिलेशन में न आएं। उन्होंने महात्मा गांधी के सिद्धांतों को अपनाने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित किया। स्वच्छता अभियान में योगदान देने प्राकृतिक आपदाओं पर रिसर्च करने और जैविक खेती अपनाने का भी आग्रह किया।

जागरण संवाददाता, वाराणसी । राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने हाल ही में एक दीक्षांत समारोह में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रोफेसर आनंद कुमार, परिषद विद्या परिषद एवं कोर्ट के सभी सदस्यों, शिक्षकों और कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया। वह बेटियों को लेकर मुखर नजर आईं कहा कि 'लिव इन रिलेशन में न आएं बेटियां, 50-50 टुकड़े करके भरने वालों को देखा है'।
उन्होंने समारोह में उपस्थित सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों और बच्चों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम पर है और इस वर्ष 47वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया है। विद्यार्थियों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि समारोह का आयोजन विद्यापीठ में नहीं हो सका, जो एक सकारात्मक संकेत है।
राज्यपाल ने कहा कि जब विद्यार्थियों की संख्या बढ़ती है, तो यह दर्शाता है कि वे उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने सभी मेडल प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए महात्मा गांधी के विचारों की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गांधी जी के मूल्य और विचार हमारे सामने हैं, लेकिन हमें उन्हें अपने जीवन में उतारने का प्रयास करना चाहिए।
आनंदीबेन पटेल ने कहा कि हमें अपने कर्तव्यों को समझना होगा। छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थियों को यह समझना चाहिए कि उनकी पढ़ाई केवल सर्टिफिकेट तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि उन्हें अपने कर्तव्यों का भी पालन करना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए स्वच्छता अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि हमें अपने विश्वविद्यालय और आसपास के क्षेत्रों की सफाई में योगदान देना चाहिए।
उन्होंने विद्यार्थियों को याद दिलाया कि हाल ही में चंदौली में बारिश के कारण लोगों को स्थानांतरित होना पड़ा। उन्होंने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में आई आपदाओं का उदाहरण देते हुए कहा कि हमें प्राकृतिक आपदाओं को कम करने के लिए रिसर्च करने की आवश्यकता है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे भविष्य में वैज्ञानिक बनें और बीमारियों के समाधान के लिए काम करें।
राज्यपाल ने कहा कि स्वच्छता और शुद्ध पानी की उपलब्धता से ही हम बीमारियों को कम कर सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे अपने जीवन में स्वच्छता को प्राथमिकता दें और अपने परिवारों को भी इसके लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि एक विकसित भारत के लिए हमें सभी को मिलकर काम करना होगा।
आनंदीबेन पटेल ने कहा कि शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं होनी चाहिए। हमें यह देखना होगा कि क्या हमारे सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा और पोषण मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हमें अपने घरों में भी ऑर्गेनिक खेती को अपनाना चाहिए ताकि हम स्वस्थ रह सकें।
उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे अपने ज्ञान को दूसरों के साथ साझा करें। उन्होंने उदाहरण दिया कि एक व्यक्ति जब कुछ सीखता है, तो वह अपने ज्ञान को 80 लोगों तक पहुंचा सकता है। उन्होंने कहा कि हमें अपने कार्यों में निष्ठा रखनी चाहिए और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि हमें अपने विश्वविद्यालयों में उपस्थिति को बढ़ाने के लिए प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि 75% उपस्थिति अनिवार्य होनी चाहिए ताकि विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठने का अवसर मिले। उन्होंने कहा कि हमें अपने शिक्षकों को भी प्रेरित करना होगा कि वे विद्यार्थियों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझें।
आनंदीबेन पटेल ने कहा कि हमें अपने विश्वविद्यालयों में स्वच्छता को प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें अपने छात्रावासों में भी स्वच्छता का ध्यान रखना होगा। उन्होंने कहा कि हमें अपने विश्वविद्यालयों में एक सकारात्मक वातावरण बनाना होगा ताकि सभी विद्यार्थी अच्छे से पढ़ाई कर सकें।
उन्होंने कहा कि हमें अपने समाज में बदलाव लाने के लिए सक्रिय रहना होगा। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रयास करें। उन्होंने कहा कि हमें अपने समाज में व्याप्त बुराइयों के खिलाफ खड़ा होना होगा और समाज को जागरूक करना होगा।
राज्यपाल ने कहा कि हमें अपने जीवन में महात्मा गांधी के सिद्धांतों को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि हमें अपने कार्यों में निष्ठा और ईमानदारी रखनी चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित रहें और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझें।
आनंदीबेन पटेल ने कहा कि हमें अपने विश्वविद्यालयों में एक ऐसा वातावरण बनाना होगा जहां सभी विद्यार्थी अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि हमें अपने समाज में बदलाव लाने के लिए सक्रिय रहना होगा। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रयास करें और समाज को जागरूक करें।
राज्यपाल ने अंत में कहा कि हमें अपने जीवन में महात्मा गांधी के सिद्धांतों को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि हमें अपने कार्यों में निष्ठा और ईमानदारी रखनी चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित रहें और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझें।
इस प्रकार, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि हमें अपने जीवन में महात्मा गांधी के सिद्धांतों को अपनाना होगा और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए सक्रिय रहना होगा। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मेहनत करें और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझें।
इस समारोह में उपस्थित सभी विद्यार्थियों ने राज्यपाल के विचारों को ध्यान से सुना और उन्हें अपने जीवन में उतारने का संकल्प लिया। यह दीक्षांत समारोह न केवल शिक्षा का प्रतीक था, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का भी एक अवसर था।
राज्यपाल ने सभी विद्यार्थियों को उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और उन्हें प्रेरित किया कि वे अपने जीवन में महात्मा गांधी के सिद्धांतों को अपनाएं। उन्होंने कहा कि हमें अपने समाज में बदलाव लाने के लिए सक्रिय रहना होगा और समाज को जागरूक करना होगा।
इस समारोह के माध्यम से राज्यपाल ने विद्यार्थियों को यह संदेश दिया कि शिक्षा केवल ज्ञान प्राप्त करने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का एक साधन भी है। हमें अपने जीवन में महात्मा गांधी के सिद्धांतों को अपनाना होगा और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझना होगा।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि हमें अपने जीवन में महात्मा गांधी के सिद्धांतों को अपनाना होगा और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए सक्रिय रहना होगा।
यह भी पढ़ें :
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।