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    राज्यपाल ने आंगनबाड़ी केंद्रों और प्राथमिक विद्यालय में होम्‍योपैथी चिकित्सा पर द‍िया जोर

    Updated: Mon, 06 Oct 2025 05:30 PM (IST)

    वाराणसी में आयोजित आंगनवाड़ी केंद्रों को किट वितरण समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भाग लिया। उन्होंने महिलाओं बच्चियों और गर्भवती महिलाओं के उत्थान पर जोर दिया। उन्होंने होमियोपैथी चिकित्सा को बढ़ावा देने कुपोषित बच्चों के लिए प्रयास करने और एचपीवी वैक्सीन के बारे में जागरूकता बढ़ाने की बात कही।

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    कार्यक्रम में आंगनबाड़ी किट वितरण और ई-साथी प्लेटफार्म का शुभारंभ शामिल हैं।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। कमिश्नरी ऑडिटोरियम में सोमवार को आयोजित आंगनबाड़ी केंद्रों को किट वितरण समारोह में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं, बच्चियों और गर्भवती महिलाओं के उत्थान के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।

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    उन्होंने अपने पुराने कार्यकाल के दौरान 1998 में महिला एवं बाल विकास विभाग के लिए किए गए प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि मां बनने वाली बेटियों के हीमोग्लोबिन की जांच, पौष्टिक आहार का सेवन, गर्भ संस्कार जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना चाहिए, जिससे महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान शिशु के विकास की जानकारी मिल सके।

    राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आंगनबाड़ी केंद्रों और प्राथमिक विद्यालयों में होमियोपैथी चिकित्सा को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने अक्षय पात्र द्वारा 2002 में गुजरात सरकार के दौरान किए गए प्रयासों का उल्लेख करते हुए कुपोषित बच्चों के लिए विशेष प्रयास करने की प्रेरणा दी। उन्होंने बच्चों को चना गुड़ देने की आवश्यकता पर भी बल दिया।

    इसके साथ ही, उन्होंने समाज सेवा में अग्रणी व्यक्तियों की मदद लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि महिलाओं में एचपीवी वैक्सीन का एक नया टीका विकसित किया गया है, जिसे 26 वर्ष तक की महिलाओं को लगाया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि देश के 50 प्रतिशत कैंसर केस उत्तर प्रदेश में पाए जाते हैं, जिसे समाप्त करने के लिए सभी को प्रयास करने होंगे।

    महिलाओं के प्रति होने वाले अत्याचारों के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर भी उन्होंने जोर दिया। उन्होंने कहा कि घर में और बाहर महिलाओं की सुरक्षा के लिए निरंतर प्रयास करने की आवश्यकता है। इसके साथ ही, उन्होंने महिलाओं और बच्चों को कंप्यूटर ज्ञान देने के लिए प्रेरित किया और गांवों में महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा के लिए सम्मेलन आयोजित करने की बात कही। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल के कार्यों की सराहना की।

    कार्यक्रम में विभिन्न नए कार्यक्रमों का शुभारंभ और एम.ओ.यू. हस्ताक्षर किए गए। इनमें 150 नए आंगनवाड़ी केंद्रों को आंगनवाड़ी किट वितरण, ई-साथी प्लेटफार्म का शुभारंभ, आंगनबाड़ी अवसंरचना हेतु आई.सी.डी.एस. और वाटर एड इंडिया के बीच एम.ओ.यू., स्कूल कोडिंग कार्यक्रम का शुभारंभ, निवेश सखी कार्यक्रम का शुभारंभ, डी.सी. एन.आर.एल.एम. और अटल इंक्यूबेशन सेंटर (बीएचयू) के बीच एम.ओ.यू., चौकाघाट एवं दुर्गाकुण्ड स्वास्थ्य केंद्रों में डायलिसिस मशीनों का उद्घाटन, एच.पी.वी. टीकाकृत बालिकाओं को प्रमाण पत्र वितरण, नगरीय क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रों में फीडिंग इंडिया संस्था द्वारा नाश्ते एवं मध्यान्ह भोजन हेतु आई.सी.डी.एस. और फीडिंग इंडिया के बीच एम.ओ.यू. शामिल हैं।

    महापौर अशोक तिवारी ने कार्यक्रम में कहा कि माननीय राज्यपाल के प्रयासों से आंगनबाड़ी केंद्रों के उत्थान के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के पोषण और टीकाकरण के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने राज्यपाल के प्रयासों की सराहना की।

    मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने स्वागत भाषण में कहा कि राज्यपाल महोदया का आगमन कई वर्षों से हो रहा है और उनके द्वारा शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 1815 केंद्रों को किट वितरण किया गया है। अपर पुलिस आयुक्त राजेश कुमार सिंह ने राज्यपाल का स्वागत पुष्पगुच्छ और पुस्तक देकर किया। राज्यपाल ने दस आंगनबाड़ी केंद्रों को किट वितरण करके सम्मानित भी किया।