वाराणसी में पहले से गंगा निर्मल हुई हैं, नमामि गंगे योजना के कार्यों को परखने के लिए बनारस पहुंचा है प्रतिनिधि मंडल
नगर निगम के अधिकारियों से प्रतिनिधि मंडल ने पूछा कि किस जगह से पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता अभियान की शुरूआत की थी। नमामि गंगे की इस टीम को नमामि गंगे के संयोजक व डीएफओ ने गंगा सफाई से संबंधित जानकारी दी।
वाराणसी, जेएनएन। नमामि गंगे योजनाओं का असर गंगा निर्मलीकरण के मापदंड पर बेहतर हुआ है। काशी में पहले से गंगा निर्मल हुई हैं। यह दावा अब तक प्रदेश सरकार करती रही है लेकिन गुरुवार को विश्व विरादरी ने भी इस पर मुहर लगा दी है। तीन दिन के लिए काशी भ्रमण पर आए 34 देशों के प्रतिनिधियों ने माना कि गंगा निर्मल हुई हैं।
विभिन्न देशों के प्रतिनिधि मंडल ने गंगा व उसके चंद्राकार घाटों का नाव से निरीक्षण किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों की सराहना की। कहा, यह कवायद इसी तरह जारी रही तो निश्चित तौर पर गंगा मैदानी इलाकों में भी आचमन योग्य हो जाएंगी। प्रतिनिधि मंडल में बांग्लादेश, मॉरीशस, भूटान, श्रीलंका, थाइलेंड, अफगानिस्तान समेत 34 देशों से अफसर शामिल हैं।
कैसे हुई स्वच्छता की शुरुआत
नगर निगम के अधिकारियों से प्रतिनिधि मंडल ने पूछा कि किस जगह से पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता अभियान की शुरूआत की थी। नमामि गंगे की इस टीम को नमामि गंगे के संयोजक व डीएफओ ने गंगा सफाई से संबंधित जानकारी दी। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. एनपी सिंह ने पर्व, त्योहार पर होने वाली भीड़ व सफाई आदि की जानकारी दी। बैठक में नमामि गंगे (गंगा विचार मंच) का प्रतिनिधित्व करते हुए संयोजक राजेश शुक्ला ने विगत 7 वर्षों से वाराणसी के 84 घाटों पर गंगा और घाटों की स्वच्छता के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी । राजेश शुक्ला ने बताया कि विगत कई वर्षों से की जा रही जागरूकता और पॉलिथीन मुक्त घाट की अपील के फलस्वरूप गंगा और घाटों की स्वच्छता को लेकर अनुकूल बदलाव आया है । घाटों की स्वच्छता की व्यवस्था चाक-चौबंद रहती है । नागरिकगण भी अब गंगा किनारे गंदगी करने से कतराने लगे हैं ।
सिटी कमांड एंड कंट्रोल रूम को देखा
प्रतिनिधि मंडल ने सिगरा स्थित काशी इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को देखा। नगर आयुक्त गौरांग राठी ने विस्तार से जानकारी दी। सेंटर से होने वाले ट्रैफिक मैनेजमेंट, शहर की स?वलांस द्वारा निगरानी प्रणाली, और विशेषकर वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान इंटीग्रेटेड वॉर रूम के रूप में इसका संचालन कैसे किया जा रहा है, आदि के तकनीकी पक्ष को साझा किया।
भेंट में दिया गया स्मृति चिन्ह
नगर आयुक्त ने बताया कि कंट्रोल सेंटर से शहर के 720 से अधिक जगहों पर लगाए जा रहे तीन हजार फेस रिकॉग्निशन कैमरों की निगरानी व निगहबानी होगी। प्रतिनिधि मंडल में शामिल सभी को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। इस मौके पर सीडीओ मधुसुदन हुल्गी, स्मार्ट सिटी लिमिटेड के जीएम आदि मौजूद रहे। देर शाम टीम ने गंगा आरती व सारनाथ में लाईट एंड साउंड शो देखा।