वाराणसी में गंगा का जलस्तर कम होना शुरू, बाढ़ पीड़ितों को राहत शिविरों का सहारा
वाराणसी में दो दिन स्थिर रहने के बाद गंगा के जलस्तर में मामूली गिरावट आई है। बाढ़ से हजारों लोग प्रभावित हैं कई परिवार राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। किसानों की फसलें डूब गई हैं जिससे भारी नुकसान हुआ है। प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है और प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान कर रहा है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। दो दिनों से स्थिर गंगा के जलस्तर में गुरुवार की दोपहर बाद एक सेमी का घटाव देखा गया। शाम के चार बजे के बाद जलस्तर आधा सेमी प्रति घंटा की दर से घटना शुरू हुआ लेकिन तीन महीने में चौथी बार आई बाढ़ के चलते उत्पन्न दुश्वारियों का दायरा कायम ही रहा। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 1830 परिवाराें के 8047 लोग अभी भी अपना घर छोड़ अन्यत्र शरण लिए पड़े हैं।
बाढ़ से तीन तहसीलों के 90 गांव व शहर के 28 मुहल्ले प्रभावित हैं। 8124 किसानों की 2166.131 हेक्टेयर फसलें डूबी पड़ी हैं। इनमें से 1006 परिवारों के 4701 लोगों ने बाढ़ राहत शिविरों में तो 624 परिवारों के 3346 लोगों ने अपने परिचिताें-रिश्तेदारों के यहां सुरक्षित ठिकानों पर शरण ली है। 8124 किसानों की 2166.131 हेक्टेयर फसल डूब चुकी है।
प्रशासन की ओर से एनडीआरएफ, जल पुलिस व पीएसी की 199 नावें व एनडीआरएफ की छह टीमें बचाव कार्य में लगी हैं। कुल 24 सक्रिय राहत शिविरों में लोगों को राहत सामग्री व दवाएं वितरित की जा रही हैं। गंगा का जलस्तर गुरुवार की सुबह आठ बजे 70.83 मीटर पर दो दिनाें से बना हुआ था तो शाम चार बजे तक एक सेमी घटकर 70.82 मीटर पर आ गया था। इसके बाद इसमें आधा सेमी प्रति घंटा की दर से घटाव आरंभ हो गया था।
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