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    वाराणसी में नशीला पदार्थ खिलाकर युवती से सामूहिक दुष्कर्म, तीन आरोप‍ित गिरफ्तार

    By Devendra Nath Singh Edited By: Abhishek sharma
    Updated: Fri, 10 Oct 2025 11:42 AM (IST)

    आरोप है क‍ि पानी में नशीला पदार्थ मिलाकर युवती को पिला दिया। उसके अचेत होने पर अंशुल, सुजाबाद के शिव केशरी, विधान चंद्र आर्या, गोलाघाट निवासी दर्शन दास गुप्ता कोनिया के कृष्ण कुमार चौरसिया ने युवती के साथ दुष्कर्म किया। चेतना में आने पर युवती ने घर पहुंचकर स्वजन को आपबीती बतायी।

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    युवती रामनगर थाने पहुंची तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। 

    जागरण संवाददाता रामनगर (वाराणसी)। युवती को नशीला पदार्थ खिलाकर सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। अदालत के आदेश पर पीड़िता ने पांच युवकों के खिलाफ रामनगर थाना में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया, दो की तलाश कर रही है।

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    रामनगर थाना क्षेत्र की रहने वाली युवती ने पुलिस को बताया कि कुछ युवकों ने धन दोगुना करने का भरोसा दिलाकर फाइनेंस कंपनी में पांच लाख रुपये निवेश कराया था। कुछ दिनों बाद कंपनी के भाग जाने की बात कहने लगे। युवती के रुपये वापस मांगने पर टाल-मटोल करते रहे। दबाव बनाने पर रुपये देने के लिए सुजाबाद निवासी अंशुल केशरी के घर बुलाया।

    साजिश के तहत पानी में नशीला पदार्थ मिलाकर युवती को पिला दिया। उसके अचेत होने पर अंशुल, सुजाबाद के शिव केशरी, विधान चंद्र आर्या, गोलाघाट निवासी दर्शन दास गुप्ता कोनिया के कृष्ण कुमार चौरसिया ने युवती के साथ दुष्कर्म किया। चेतना में आने पर युवती ने घर पहुंचकर स्वजन को आपबीती बतायी।

    युवती कुछ दिन लोक लाज के भय से चुप रही लेकिन उसके बाद रामनगर थाने पहुंची तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। इस पर युवती अदालत की शरण में गई। अदालत के आदेश पर मुकदमा दर्ज करते हुए पुलिस ने अंशुल, शिव केशरी व कृष्ण कुमार को गिरफ्तार कर लिया। रामनगर थाना प्रभारी दुर्गा सिंह ने बताया कि दोनो आरोपितों की तलाश की जा रही है।

    फर्जी बांड देकर लिए थे युवती से रुपये
    पुलिस को जांच में पता चला कि युवती से दुष्कर्म करने के पांचों आरोपितों फर्जी फाइनेंस कंपनी बना लिया था। उनका कोई रजिस्ट्रेशन और आफिस नहीं था। पांचों लोगो को रुपये दोगुने करने का झांसा देकर निवेश कराते थे। जब कई लोगों से रुपये हासिल कर लिया तो फाइनेंस कंपनी के भागने की बात कहने लगे। निवेशक दबाव बनाने पर उसकी दी गई धनराशि का आधा उसे दे देते थे।