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CBSE exam हिंदी भाषा में अच्‍छे अंकों के लिए व्याकरण, गद्यांश और मात्राओं पर देना होगा ध्यान

हिंदी हमारी मातृभाषा है हम सब हिंदी अच्‍छी तरह समझते व बोलते भी हैं इसके बावजूद सीबीएसई दसवीं के कुछ छात्रों को हिंदी कठिन भी लगती है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Thu, 06 Feb 2020 11:40 AM (IST)Updated: Thu, 06 Feb 2020 08:22 PM (IST)
CBSE exam हिंदी भाषा में अच्‍छे अंकों के लिए व्याकरण, गद्यांश और मात्राओं पर देना होगा ध्यान
CBSE exam हिंदी भाषा में अच्‍छे अंकों के लिए व्याकरण, गद्यांश और मात्राओं पर देना होगा ध्यान

वाराणसी, जेएनएन। हिंदी हमारी मातृभाषा है। हम सब हिंदी अच्‍छी तरह समझते व बोलते भी हैं। इसके बावजूद सीबीएसई दसवीं के कुछ छात्रों को हिंदी कठिन भी लगती है। इसके पीछे पढ़ाई का माध्यम अंग्रेजी होना मुख्य कारण है। कोई विषय कठिन है या सरल यह हमारी तैयारी पर निर्भर करता है। दरअसल, अंग्रेजी माध्यम के विद्यार्थी हिंदी विषय पर कम ध्यान देते हैं। इसके कारण अन्य विषयों की तुलना में उन्हें इसमें कम अंक मिलते हैं। सीबीएसई की दसवीं कक्षा में हिंदी के दो पेपर होते हैं। 'अ' व  'ब'। दोनों ही 80 अंक के पेपर हैं।

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अंकों की दृष्टि से हिंदी का समान महत्व है। परीक्षा की तैयारी के लिए समय काफी कम बचा है। ऐसे में हिंदी विषय पर ध्यान देने की जरूरत है। इसके लिए सटीक प्लानिंग करनी होगी। मॉडल पेपर को तीन घंटे में हल करने का प्रयास करें, ताकि लेखन का अभ्यास बना रहें और समय रहते कमियों को दूर किया जा सके। हिंदी में अच्‍छे अंक लाने के लिए विद्यार्थियों को सभी पाठों का समान अध्ययन करने की जरूरत है। अच्‍छे अंकों के लिए व्याकरण, गद्यांश व मात्राओं पर भी विशेष ध्यान के साथ ही राइटिंग पर ध्यान दें। डालिम्स सनबीम स्कूल (चौबेपुर) के प्रवक्तागिरीश चौबे के अनुसार सीबीएसई दसवीं के हिंदी पेपर में अच्‍छे अंक हासिल करने के कुछ टिप्स इस प्रकार हैं...

टिप्स 

- तैयारी का अच्‍छा तरीका है कि पिछले पांच साल के पेपर को पांच बार करें हल। 

- परीक्षा के 15 मिनट अतिरिक्त समय में पेपर समझ लें। फिर उत्तर लिखना शुरू करें।

- प्रश्नों के उत्तर की शब्द सीमा निर्धारित है। ऐसे में निर्धारित शब्द सीमा में ही उत्तर देने का प्रयास करें। अनावश्यक विस्तार देने से अधिक अंक मिलने वाला नहीं है। 

- पांच साल का सैंपल पेपर हल करें। इससे लिखने व पेपर के पैर्टन को समझेंगे। 

- प्रश्नों का उत्तर यथासंभव क्रमवार देने का प्रयास करें। कोई प्रश्न समझ में न आए तो आगे बढ़ जाएं। समय न बर्बाद करें। 

- कठिन प्रश्नों का उत्तर अंत में देने का प्रयास करें। इससे समय की बचत होगी। 

-अपठित गद्यांश प्रश्नों को पहले अ'छी तरह समझ लें। फिर उसका उत्तर दें। 

-व्याकरण खंड में मुहावरों पर भी विशेष ध्यान देने की आवश्कता। 

-रचनात्मक लेखन में प्रारूप का ध्यान रखें। सभी नियमों के अनुसार लेखन करें। 

-निबंध, आलेख व फीचर आलेख के लिए करेंट टॉपिक पर फोकस करें। 

-पत्रों का प्रारूप सही से लिखने का अभ्यास करें। पत्रलेखन शैली सटीक हो। 

-व्याकरण में परिभाषाएं व उदाहरणों में वर्तनी पर विशेष दें ध्यान। 

गुरुमंत्र 

-परीक्षा के समय किसी प्रकार का तनाव न लें।

-एकाग्रचित्त होकर योजनाबद्ध अध्ययन करें।

-भाषा संबंधित अशुद्धियों को दूर करने का करें प्रयास।

- लिखावट पठनीय व सुंदर हो इसका भी दें ध्यान। 

- अनावश्यक कापी भरने का ख्याल मन से निकाल दें। सटीक दें उत्तर। 

-अलग-अलग खंडों के उत्तर एकसाथ दें।

-लगातार देर तक पढऩे से बेहतर है कि 2-2 घंटे पर ब्रेक लेकर पढ़ें। 

कैसे-कैसे होंगे प्रश्न 

- हाईस्कूल में हिंदी का पेपर 'क', 'ख', 'ग' और 'घ' चार खंडों में। 

- एक अंक के प्रश्नों का उत्तर लगभग 15-20 शब्दों में लिखिए। 

- दो अंकों के प्रश्नों का उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में लिखिए। 

- तीन अंकों के प्रश्नों का उत्तर लगभग 60-70 शब्दों में लिखिए।

- पांच अंकों के प्रश्नों का उत्तर लगभग 120-150 शब्दों में लिखिए। 

मॉडल पेपर : सीबीएसई  परीक्षा 2020

विषय : हिंदी 'ब' 

कक्षा : 10  

समय- 3 घंटे अंक - 80 

सामान्य निर्देश :-

1. इस प्रश्नपत्र में चार खंड हैं।  'क', 'ख', 'ग' और 'घ'। 

2. सभी खंडों के प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है। 

3. यथासंभव प्रत्येक खंड के प्रश्नों के उत्तर क्रम से लिखिए। 

4. एक अंक के प्रश्नों का उत्तर लगभग 15-20 शब्दों में लिखिए।

5. दो अंकों के प्रश्नों का उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में लिखें। 

6. तीन अंकों के प्रश्नों का उत्तर लगभग 60-70 शब्दों में लिखें।

 7. पांच अंकों के प्रश्नों का उत्तर लगभग 120-150 शब्दों में लिखें। 

 खंड 'क' (अपठित अंश) 

(1) निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए। 10 

आदमियों की तिजारत करना मूर्खों  का काम है। सोने और लोहे के बदले मनुष्य को बेचना मना है। आजकल भाप की कलोंं का दाम तो हजारों रुपये है, परंतु मनुष्य कौड़ी केसौ-सौ बिकते हैं! सोने और चांदी की प्राप्ति से जीवन का आनंद नहीं मिल सकता। सच्चा आनंद तो मुझे मेरे काम से मिलता है। मुझे अपना काम मिल जाए तो फिर स्वर्ग प्राप्ति की इच्छा नहीं, मनुष्य-पूजा ही सच्ची ईश्वर-पूजा है। आज से हम अपने ईश्वर की तलाश किसी वस्तु, स्थान या तीर्थ में नहीं करेंगे। अब तो यही इरादा है कि मनुष्य की अनमोल आत्मा में ईश्वर के दर्शन करेंगे यही आर्ट है-यही धर्म है। मनुष्य के हाथ से ही ईश्वर के दर्शन कराने वाले निकलते हैं। बिना काम, बिना मजदूरी, बिना हाथ के कला-कौशल के विचार और चिंतन किस काम के! जिन देशों में हाथ और मुंह पर मजदूरी की धूल नहीं पडऩे पाती वे धर्म और कला-कौशल में कभी उन्नति नहीं कर सकते। पद्मासन निकम्मे सिद्ध हो चुके हैं। वही आसन ईश्वर- प्राप्ति करा सकते हैं जिनसे जोतने, बोने, काटने और मजदूरी का काम लिया जाता है। लकड़ी, ईट और पत्थर को मूर्तिमान करने वाले लुहार, बढ़ई, मेमार तथा किसान आदि वैसे ही पुरुष हैं जैसे कवि, महात्मा और योगी आदि। उत्तम से उत्तम और नीच से नीच काम, सबके सब प्रेमरूपी शरीर के अंग हैं। 

(क) आदमियों की तिजारत से आप क्या समझते हैं?  2

(ख) मनुष्य-पूजा को ही सच्ची ईश्वर-पूजा क्यों कहा गया है? 2

(ग) लेखक के अनुसार धर्म क्या है? 2

(घ) लुहार, बढ़ई और किसान की तुलना कवि, महात्मा और योगी से क्यों की गई है? 2

(ङ) लेखक को सच्चा आनंद किससे मिलता है ? गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए। 2 

खंड- 'खÓ(व्यावहारिक व्याकरण)

(2) शब्द और पद के अंतर को उदाहरण द्वारा स्पष्ट कीजिए। 01

(3) निम्नलिखित वाक्यों को निर्देशानुसार बदलिए  1+1+1=3

(क) वामीरो कुछ सचेत हुई और घर की तरफ दौड़ी । (सरल वाक्य में) 

(ख) सुभाष बाबू को पकड़कर लाल बाजार लॉकअप में भेज दिया गया। (संयुक्त वाक्य में बदलिए) 

(ग) भाई साहब ने उछलकर पतंग की डोर पकड़ ली और छात्रावास की ओर दौड़ पड़े। (मिश्र वाक्य में)

 (4) (ख) निम्नलिखित समस्त पदों का विग्रह कीजिए तथा समास का नाम लिखिए। 1&2=2

राजदूत, धूप-दीप 

(ख) निम्नलिखित विग्रहों के समस्त पद बनाकर समास का नाम लिखिए-1&2=2 

मति के अनुसार, तीन गुणों का समूह 

(5) निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध करके लिखिए 1&4=4 

(क) घोड़े पर सिपाही सवार था।

(ख) कर्नल वजीर अली को नहीं पहचाना।

(ग) वह एक छह मंजिला इमारत थी।

(घ) वाह राम! यह क्या हो गया। 

(6) उचित मुहावरों द्वारा रिक्त स्थान को पूरा कीजिए- 2+2+2=6

 (क) भाई साहब का रौद्र रूप देखकर............ जाते।   

 (ख) वजीर अली बरसों से हमारी . . . . . . . . . झोंक रहा है। 

 (ग) गायन इतना प्रभावी था कि वह अपनी .. . . . . . . . . लगा।

 (घ) जब हमारी कक्षा में आओगे लाला तब . . . . . . . . . आएंगे। 

खंड-  'गÓ (पाठ्य पुस्तक एवं पूरक पाठ्य पुस्तक) 

 (7) निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं तीन के उत्तर लिखिए। 2+2+2=6

 (क) बड़े बाजार के प्राय: मकानों पर राष्ट्रीय झंडा फहराने के क्या कारण थे? (30-40 शब्दों में) 

 (ख) ततॉरा-वामीरों की प्रेमकथा निकोबारियों के घर-घर क्यों मनाई जाती है? (30-40 शब्दों में)

 (ग) येल्दीरीन ने ख्यूक्रिन को दोषी क्यों ठहरा रहा था? 

 (घ) अरब में लश्कर को नूह के नाम से क्यों याद करते हैं? 

 (8) समाज के पास अगर शाश्वत मूल्यों जैसा कुछ है तो वह आदर्शवादी  लोगों का ही दिया हुआ है- 'गिन्नी का सोना पाठ' के आधार पर 80-100 शब्दों में कथन का विश्लेषण कीजिए। 5

      अथवा 

 'मुठठीभर आदमी और ये दमखम'- कथन के आलोक में 80-100 शब्दों में वजीर अली का चरित्र-चित्रण कीजिए। 

 (9) निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं तीन के उत्तर लिखिए 2+2+2=6

 (क) कबीर निंदक व्यक्ति को अपने सामने रखने की बात क्यों करते हैं? (30-40 शब्दों में) 

 (ख) झरनों की तुलना किससे की गई है और क्यों? (30-40 शब्दों में)

 (ग)  पहले पद में मीरा ने हरि से अपनी पीड़ा हरने की विनती किस प्रकार की है? 

 (घ) कंपनी बाग में रखी तोप क्या सीख देती है?  

 (10) 'आत्मत्राण' कविता का संदेश (80-100 शब्दों में) अपने शब्दों में लिखिए। 5

अथवा 

'मनुष्यता' कविता से हमें जीवन की सीख मिलती है- कैसे? 100 शब्दों में स्पष्ट कीजिए? 

(11) 

(क) हरिहर काका एक सीधे-सादे और भोले किसान की अपेक्षा चतुर हो  चले ये कथन के संदर्भ में 60-70 शब्दों में विचार व्यक्त कीजिए।  3

(ख) स्कूल किस प्रकार की स्थिति में अच्छा लगने लगता है और क्यों? 3 

 खंड-'घ' (लेखन)

 (12) निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर 80-100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए। 6 

 (क) जंगल की सुरक्षा 

0-सुरक्षा से अभिप्राय 

0-सुरक्षा से लाभ 

0-हानि हमारी 

0-भूमिका कैसे बदलेगी 

(ख) फुटपाथ की दुनिया 

0-फुटपाथ क्या है

0-फुटपाथ की समस्या

0-हमारी भूमिका

0-बदलाव के लिए सुझाव

 (ग) सार-सार को गहि रहे, थोथा देय उड़ाय

0-सूक्ति का अर्थ

0-कथन का स्पष्टीकरण 

0-समाज के लोगों से संबंध 

0-वैचारिक अभिव्यक्ति 

 (13) कंप्यूटर लैब में ङ्क्षहदी में काम करने की सुविधा के लिए 'ङ्क्षहदी फॉन्टÓ की व्यवस्था करवाने का आग्रह करते हुए प्राचार्य या प्राचार्या को 80-100 शब्दों में आवेदन पत्र लिखिए। 5

 अथवा 

समाज में बढ़ते अपराध को रोकने के लिए नागरिकों को जागरूक करने का आग्रह करते हए किसी दैनिक अखबार के संपादक को 80-100 शब्दों में पत्र लिखिए।

 (14) आप अपने विद्यालय में साहित्य-क्लब 'शब्द-शिल्पीÓ के सचिव हैं। शनिवार को आगामी साहित्यिक गतिविधियों पर चर्चा हेतु बैठक बुलाई गई है, जिसकी सूचना 40-50 शब्दों में तैयार कीजिए। 5

अथवा 

नेहरू युवा क्लब की ओर से मतदाता जागरूकता अभियान में शामिल होने के लिए युवाओं के साथ होने वाली बैठक की जानकारी देते हुए, अध्यक्ष की ओर से 40-50 शब्दों में सूचना लिखिए।

(15) बीमार और डॉक्टर के बीच होने वाली बातचीत को लगभग 50-60 शब्दों में संवाद शैली में लिखिए। 5

अथवा 

बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हए पिता और पुत्र-पुत्री के बीच होने वाली बातचीत को लगभग 50-60 शब्दों में संवाद शैली में लिखिए। 

(16) आपके इलाके में एक पुस्तकालय की स्थापना हुई है। इस बात को जनसामान्य तक पहुंचाने के लिए 25-50 शब्दों में एक विज्ञापन तैयार कीजिए। 5

 अथवा 

आपके संसदीय क्षेत्र में प्रत्येक माह के अंतिम सप्ताह में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन होने जा रहा है। इसे जनता तक पहुंचाने के लिए 25-50 शब्दों में एक आकर्षक विज्ञापन तैयार कीजिए। 


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