Exclusive: वार्षिक पास की प्रीबुकिंग एक जुलाई से, राष्ट्रीय राजमार्गों पर फास्टैग से हो जाएगा काम
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने 15 अगस्त से राष्ट्रीय राजमार्गों पर तीन हजार रुपये में फास्टैग आधारित वार्षिक टोल पास जारी करने की घोषणा की है। वार्षिक पास के लिए राजमार्ग यात्रा एप पर एक जुलाई से प्रीबुकिंग शुरू हो जाएगी। एनएचएआइ की वेबसाइट और टोल फ्री नंबर 1033 पर लोग पूछताछ कर रहे हैं। यह पास गैर-व्यावसायिक निजी वाहनों के लिए होगा।

संग्राम सिंह, जागरण वाराणसी। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने 15 अगस्त से राष्ट्रीय राजमार्गों पर तीन हजार रुपये में फास्टैग आधारित वार्षिक टोल पास जारी करने की घोषणा की है। वार्षिक पास के लिए राजमार्ग यात्रा एप पर एक जुलाई से प्रीबुकिंग शुरू हो जाएगी।
मंत्रालय के अधीन कंपनी भारतीय राजमार्ग प्रबंधन कंपनी लिमिटेड (आइएचएमसीएल) ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) को तैयारियां 30 जून तक पूरी करने का निर्देश दिया है। एनएचएआइ की वेबसाइट और टोल फ्री नंबर 1033 पर बड़ी संख्या में लोग पूछताछ कर रहे हैं।
एनएचएआइ की कोशिश है कि प्रीबुकिंग एक जुलाई से शुरू कर दी जाए, लेकिन संपूर्ण व्यवस्था को तकनीकी रूप से समृद्ध करने में सप्ताह भर लग सकता है। एनएचएआइ पूर्वी क्षेत्र के क्षेत्रीय अधिकारी एसके आर्या ने बताया कि वार्षिक पास का लिंक राजमार्ग यात्रा एप और एनएचएआइ की वेबसाइट पर जारी होगा।
भुगतान करने के दो घंटे के भीतर पंजीकृत फास्टैग पर वार्षिक पास सक्रिय हो जाएगा। देश में 600 नेशनल हाईवे का नेटवर्क 1.46 लाख किमी लंबा है। उप्र में नेशनल हाईवे 12 हजार किमी के हैं। प्रदेश के सभी 119 टोल प्लाजा पर यह व्यवस्था प्रभावी होगी।
ये भी जानिए
- पहले से फास्टैग है तो नया खरीदने की जरूरत नहीं।
- वार्षिक पास को मोबाइल पर भी सक्रिय किया जा सकता है।
- वार्षिक टोल पास एक वर्ष या अधिकतम 200 ट्रिप (जो भी पहले हो) के लिए मान्य होगा।
- गैर-व्यावसायिक निजी वाहनों (कार, जीप और वैन आदि) के लिए यह व्यवस्था है।
- वार्षिक पास किसी अन्य वाहन में स्थानांतरित नहीं किया जा सकेगा।
- वाहन के विंडशील्ड पर फास्टैग लगाना होगा।
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