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    यूपी के शहर में कार के नंबर पर बिना हेलमेट का चालान, मैसेज आते ही चौंक गए वाहन स्वामी

    Updated: Fri, 28 Feb 2025 02:34 PM (IST)

    वाहन चालान का मैसेज पाकर अमित राय चौंक गए। उनकी कार का नंबर किसी स्कूटर पर इस्तेमाल हो रहा था। वाराणसी में राज्यपाल के आगमन के दौरान सर्किट हाउस के सामने मौजूद कार के मालिक को ट्रैफिक पुलिस तलाशने लगी। काफी कोशिश के बाद भी वह नहीं मिला तो उसे पुलिस लाइन उठा लाई। जांच में पता चला कि कार गोवा से चोरी हुई थी।

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    गाड़ी का चालान होने से मचा हड़कंप। जागरण (सांकेतिक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। करमाजीतपुर के रहने वाले अमित राय के मोबाइल पर वाहन चालान का मैसेज आया तो वह चौंक पड़े। जिस वाहन के नंबर पर चालान हुआ था वह उनकी कार मारुति सुजुकी नेक्सा का यूपी 65 ईवाई 4483 था लेकिन एक हजार रुपये का चालान बिना हेलमेट के वाहन चलाने का था।

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    इसे देखकर वह और चौंके, मामले की सही जानकारी के लिए परिवहन विभाग के पोर्टल एम परिवहन को देखा पर डिटेल चेक किया। फोटो से पता चला कि चालान होने वाला स्कूटर है जिसे एक युवक चला रहा था लेकिन उस पर नंबर अमित की कार का है।

    यह प्रकरण अमित को चिंतित करने के साथ डराने वाला भी है। उनकी कार का नंबर गलत तरीके से दूसरे वाहन का पर इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को देते हुए मामले की जानकारी पुलिस को दी है।

    वाराणसी की कार का नंबर लगाकर चला रहे थे गोवा से चुराई कार

    गोवा से चोरी हुई मारुति स्विफ्ट कार बनारस की सड़कों पर फर्जी नंबर से दौड़ रही थी। इसकी जानकारी तब हुई जब वाराणसी में राज्यपाल के आगमन के दौरान सर्किट हाउस के सामने मौजूद कार के मालिक को ट्रैफिक पुलिस तलाशने लगी। काफी कोशिश के बाद भी वह नहीं मिला तो उसे पुलिस लाइन उठा लाई। कार पर मौजूद रजिस्ट्रेशन नंबर यूपी 65 डीएस 2099 के आधार पर वाराणसी के ही चिउरापुर के छत्रधारी सिंह से संपर्क किया।

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    उसने पुलिस लाइन आकर कार को देखा और बताया कि यह कार बिल्कुल उसकी कार जैसी है लेकिन उसकी कार घर पर खड़ी है। उसने यह भी जानकारी दी कि कार के घर पर रहने के बावजूद उसका दो बार फास्ट टैग के रुपये कट गए थे। यह सुनकर ट्रैफिक पुलिस अधिकारी सन्न रह गए।

    वाहन का चालान होने से हड़कंप। जागरण (फाइल फोटो)


    कार की चेसिस नंबर के आधार पर उन्हें जानकारी मिली कि यह कार प्रियांश तावड़े के नाम से गोवा के शोरूम से खरीदी गई थी। इसका रजिस्ट्रेशन होने से पहले ही वर्ष 2020 में चोरी हो गई थी। इस पर हूबहू दिखने वाली वाराणसी में मौजूद कार का रजिस्ट्रेशन नंबर लगाकर चलाया जा रहा था। कार को जांच से बचाने के लिए विधानसभा का फर्जी पास भी लगा दिया था।

    एक ही नंबर के कई और मिले थे वाहन

    शिवपुर क्षेत्र में एक ही नंबर पर दो थार गाड़ियों के संचालन का मामला सामने आया था। असली नंबर वाले थार गाड़ी के मालिक ने इसकी शिकायत की तो फर्जी नंबर लगाकर चलने वालों ने उन्हें मारपीट कर घायल कर दिया। राजातालाब के युवक की बाइक का नोएडा में आनलाइन हेलमेट के लिए चालान हो गया था।

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    फर्जी नंबर लगाकर चलने वालों पर दर्ज होगा मुकदमा

    ट्रैफिक हृदेश कुमार का कहना है कि एक ही नंबर पर दो वाहनों के चलने या वाहन के बिना टोल टैक्स से गुजरने फास्ट टैग के रुपये कट जाएं तो इसकी जानकारी ट्रैफिक पुलिस के साथ आरटीओ आफिस में देनी चाहिए। फर्जी नंबर से चलने वाले वाहन को पकड़कर उसे सीज किया जाता है। उसे चलाने वाले व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया जाता है।