फैकल्टी की कमी से ईएसआइसी मेडिकल कालेज को एनएमसी का 15 दिन का अल्टीमेटम
कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआइसी) वाराणसी सहित देश के 10 शहरों में मेडिकल कॉलेज खोल रहा है। एनएमसी ने कुछ कॉलेजों को मंजूरी दे दी है लेकिन वाराणसी समेत कुछ अन्य कॉलेजों में फैकल्टी की कमी के कारण स्वीकृति अटकी हुई है। एनएमसी ने इन कॉलेजों को 15 दिन का समय दिया है।

मुकेश चंद्र श्रीवास्तव, वाराणसी। कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआइसी) की ओर से वाराणसी सहित देश के 10 शहरों नोएडा, अंधेरी, दिल्ली, लुधियाना, नरोड़ा (गुजरात), इंदौर, जयपुर, बेल्टोला (असम), रांची में एक साथ मेडिकल कालेज की शुरूआत होने जा रही है। इसमें से नोएडा, अंधेरी, दिल्ली, लुधियाना व नरोड़ा को नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) की ओर से हरी झंडी मिल गई है।
वहीं वाराणसी के साथ अन्य शहरों के मेडिकल कालेजों में फैकल्टी की कमी स्वीकृति में रोड़ा बनी हुई है। एनएमसी ने इन कालेजों को 15 दिन का समय दिया है। इस बीच इन कालेजों को हरहाल में फैकल्टी की नियुक्ति पूरी कर लेनी होगी। अन्यथा इस साल एमबीबीएस की सीटों पर प्रवेश लटक सकता है।
दो माह पहले एनएमसी ने आनलाइन ईएसआइसी मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल का निरीक्षण किया था। इसके बाद इसी सप्ताह निरीक्षण की रिपोर्ट जारी हो गई। 22 सितंबर को जारी रिपोर्ट में एनमएसी ने यहां की मूलभूत सुविधाओं से संतोष जताते हुए हरी झंडी प्रदान कर दी है। वहीं पांच मेडिकल में फैकल्टी की कमी का जिक्र करते हुए 15 दिन में नियुक्ति पूरी करने के लिए कहा गया है।
वाराणसी में एनाटमी विभाग में कुल चार फैकल्टी सीटें हैं, जिसमें से दो खाली है। वहीं फीजियोलाजी विभाग में तीन की जगह दो व बायो केमेस्ट्री विभाग में तीन में से एक सीट खाली हैं। इन सीटाें को भरकर रिपोर्ट देने के बाद एमबीबीएस में प्रवेश के लिए स्वीकृति मिल जाएगी। राष्ट्रीय स्तर पर दो राउंड की काउंसलिंग हो चुकी है। तीसरे राउंड की काउंसलिंग इसी माह के अंत में थी, लेकिन इसे बढ़ाकर आगे माह तक कर दी गई है। ऐसे में इन मेडिकल कालेजों में अभी भी प्रवेश की संभावना बनी हुई है।
कहां कितनी सीटें :
देशभर में एकसाथ 10 मेडिकल कालेज खुल रहे हैं। इसमें से नौ में एमबीबीएस की 50-50 सीटें हैं। वहीं इंदौर में 100 सीटें हैं। ईएसआइसी मेडिकल कालेजों में 15 प्रतिशत सीटें राष्ट्रीय स्तर पर, 35 प्रतिशत राज्य व 50 प्रतिशत ईएसआइसी कोटे से भरनी है। ईएसआइसी कोटे से प्रवेश पाने से मध्यम व निम्न श्रेणी के लोगों के बच्चे भी डाक्टर बन पाएंगे।
बोले अधिकारी
यहां पर तीन विभागों को छोड़कर अन्य सभी विभागों में फैकल्टी की नियुक्ति कर ली गई है। तीन विभागों में पांच फैकल्टी की सीटें रह गई हैं। ये भी जल्द ही भर ली जाएंगी। इसके लिए लगातार साक्षात्कार का आयोजन हो रहा है। उम्मीद है दो-चार दिनों में इन पदों पर नियुक्ति हो जाएगी। इसके अलावा यहां पर सभी मूलभूत सुविधाएं पूरी कर ली गईं हैं।
- प्रो. सेल्वा कुमार चेलैया, डीन, ईएसआइसी मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल, वाराणसी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।