वाराणसी में दिवाली से पहले निकला पर्यावरण का दिवाला, धुंध और बादल ने बढ़ाई लोगों की मुश्किलें
वाराणसी और आसपास के इलाकों में आसमान में धुंध व बादल की स्थिति रही। इसके कारण घुटन महसूस कर रहे थे। सबसे अधिक सांस के रोगियों के लिए परेशानी बढ़ गई है। चिकित्सक सांस के रोगियों को मास्क लगाकर रहने व बाहर नहीं निकलने की सलाह दे रहे हैं।

जागरण संवाददाता, वाराणसी : pollution level in varanasi दिवाली से पहले ही शनिवार को पर्यावरण का दिवाला निकल गया था। प्रदूषण का एक्यूआइ स्तर काफी बढ़ गया था। सबसे खराब स्थित मलदहिया क्षेत्र की थी। यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स स्तर 202 तक पहुंच गया था। वहीं संबंधित अधिकारी समस्या को रोकने में विफल साबित हो रहे हैं। अगर ऐसे ही चलते रहा तो दिवाली तक स्थिति और खराब हो सकती है। कई मार्गों पर धूल उड़ रही हैं और बिना मानक पूरे किए ही निर्माण कार्य से भी स्थिति खराब हो रही है।
सांस के रोगियों को बहुत अधिक सतर्क रहने की जरूरत
शनिवार को सुबह से ही आसमान में धुंध व बादल की स्थिति रही। इसके कारण घुटन महसूस कर रहे थे। सबसे अधिक सांस के रोगियों के लिए परेशानी बढ़ गई है। चिकित्सक सांस के रोगियों को मास्क लगाकर रहने व बाहर नहीं निकलने की सलाह दे रहे हैं। चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू के टीबी एंड चेस्ट रोग विभाग के प्रो. टीबी चतुर्वेदी ने बताया कि सांस के रोगियों को ऐसे मौसम में बहुत अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। रोगी इन्हेलर का उपयोग करते रहें। परेशानी अधिक बढ़ने पर तत्काल विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श लें।
दिवाली पर बदल सकता है मौसम का मिजाज
बंगाल की खाड़ी में एक तूफान की स्थित बन रही है। इसके कारण शनिवार को उत्तर-पूर्व हवाए चली, जिसके कारण तापमान में गिरावट तो हुई ही साथ ही आसमान में बादल भी छाए। प्रसिद्ध मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय ने बताया कि 24 अक्टूबर तक खाड़ी में एक तूफान विकसित हो सकता है। इसके कारण मौसम का मिजाज बदल सकता है। 24 के बाद आसमान में बादल या हल्की बारिश भी हो सकती है।
विगत कुछ दिनों से माैसम का हाल काफी खराब है। तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिल हा है। दिन में गर्मी और रात होते ही ठंड का एहसास होने लग रहा है। इस कारण लोग बीमार भी हो रहे हैं। प्रदूषण का स्तर खराब होने से लोगों को और भी दिक्कत होगी।
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