महानगरी एक्सप्रेस में सफर के दौरान टूट गई बुजुर्ग यात्री की सांस, मुंबई से लौट रहे थे पैतृक गांव
महानगरी एक्सप्रेस में सफर के दौरान एक 75 वर्षीय बुजुर्ग यात्री की मौत हो गई। कैंट स्टेशन पर गुरुवार को पंचनामा की कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के ...और पढ़ें

वाराणसी, जेएनएन। महानगरी एक्सप्रेस में सफर के दौरान एक 75 वर्षीय बुजुर्ग यात्री की मौत हो गई। कैंट स्टेशन पर गुरुवार को पंचनामा की कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। जीआरपी ने बताया कि बुजुर्ग यात्री पहले से बीमार चल रहे थे। खानपुर (गाजीपुर) राममूर्ति दुबे (75) परिवारीजनों के साथ मुंबई से पैतृक गांव लौट रहे थे। गुरुवार को सुबह परिवारीजनों ने उन्हें उठाने की कोशिश की। शरीर में कोई हरकत नहीं हुई तो मन में अनहोनी की आशंका लिए इसकी सूचना रनिंग स्टॉफ को दी।
विधिक कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
कैंट स्टेशन पहुंचने के बाद सतर्कता पूर्वक शव को नीचे उतारा गया। विधिक कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। जीआरपी इंस्पेक्टर अशोक कुमार दुबे ने बताया कि बुजुर्ग यात्री पहले से बीमार चल रहे थे। बहरहाल, पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असल वजहों का पता लगाया जा सकता है।
24 मई को भी एक यात्री ने तोड़ दिया था दम
पैदल ही घर लौट रहे मजदूरों की मजबूरी को देखते हुए रेल प्रशासन ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन शुरू किया था लेकिन इस सफर में भी उनको राहत नहीं मिली। लेट-लतीफ चल रही ट्रेनों में सवार यात्री भूख व प्यास से तड़प गए थे। बनारस के कैंट स्टेशन पर 24 मई की सुबह पहुंची स्पेशल ट्रेन तो लेट-लतीफी में सब्र की हदें ही पार कर दी थी। मुंबई से बनारस पहुंचने में ट्रेन को 62 घंटे लग गए थे। इस दौरान एक यात्री की तबीयत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई थी। जीआरपी ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिवारीजन को सौंप दिया। मृतक यात्री के बेटे रवि यादव व पत्नी तारा देवी का आरोप था कि रेल प्रशासन की लापरवाही से मछली शहर (जौनपुर) निवासी जोखन यादव (45) पुत्र स्व. महाबली यादव की जान गई। वे इंजन से पांचवी बोगी (17226) में सवार थे।

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