Ragging in BHU: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में 40 एमबीबीएस छात्रों के उतरवाए कपड़े, पहली बार हुई डिजिटल रैगिंग
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में जूनियर एमबीबीएस छात्रों के साथ डिजिटल रैगिंग का पहला मामला सामने आया है। टेलीग्राम ऐप पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर 40 से अधिक छात्रों को प्रताड़ित किया गया। जांच में चिकित्सा विज्ञान संस्थान के 28 सीनियर छात्रों को दोषी पाया गया, जिन पर 25-25 हजार रुपये का जुर्माना लगा और हॉस्टल से निलंबित किया गया। कृषि विज्ञान संस्थान के 16 छात्रों पर भी रैगिंग के आरोप में समान कार्रवाई हुई। यह कार्रवाई यूजीसी की शिकायत के बाद की गई।

संग्राम सिंह, वाराणसी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की सख्ती और रैगिंग निषेध अधिनियम में सजा के प्रविधान के बावजूद छात्रों को मानसिक व शारीरिक यातनाएं जारी हैं। जूनियर एमबीबीएस छात्रों संग काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में पहली बार डिजिटल रैगिंग का केस सामने आया है।
तीन माह चली जांच में चिकित्सा विज्ञान संस्थान (आइएमएस) के 28 सीनियर छात्रों को रैगिंग का दोषी पाया गया है। उनके खिलाफ 25-25 हजार रुपये जुर्माना लगाया गया है। हास्टल से भी आरोपितों को निलंबित कर दिया गया है। आरोपित छात्रों के अभिभावकों को जुलाई के दूसरे सप्ताह में विश्वविद्यालय बुलाया गया है।
आरोपित मेडिकल छात्रों ने टेलीग्राम एप पर एंटी रैगिंग स्क्वाड के चेयरमैन के नाम से फर्जी प्रोफाइल तैयार की थी। तीन से चार समूहों में टेलीग्राम पर वीडियो काल के जरिये 40 से अधिक जूनियर छात्रों के कपड़े उतरवाए। यह समूह 10-10 छात्रों के बनाए गए थे ताकि कोई पकड़ा नहीं जा सके।
टास्क में एक-दूसरे को थप्पड़ मारने के लिए कहा गया तो कूलर में पानी भरवाने के साथ ही कपड़े धुलवाने व डांस करवाने का मामला भी संज्ञान में आया है। कुछ छात्रों को रूम पर भी बुलाया गया और उनसे अनैतिक कार्य कराए गए। विरोध जताने वाले जूनियर छात्रों को कक्षा से बहिष्कार की धमकी दी गई।
तीन से चार माह तक यह सिलसिला चला है। लंबे समय से प्रताड़ना झेल रहे छात्रों ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को मेल से शिकायत की तो बीएचयू के एंटी रैगिंग स्क्वाड ने जांच शुरू की और 28 छात्रों को दोषी पाया गया है। स्क्वाड की चेयरमैन प्रो. रायना सिंह ने बताया कि रैगिंग को लेकर विवि बेहद सख्त है। ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
कृषि विज्ञान संस्थान के 16 स्नातक छात्रों पर भी जुर्माना, सुविधाएं निलंबित
बीएचयू के कृषि विज्ञान संस्थान के बीएससी कृषि के 16 छात्रों को भी रैगिंग का दोषी पाया गया है, प्रत्येक छात्र पर 25 हजार रुपये जुर्माना लगा है। इनकी भी हास्टल सुविधाएं निलंबित की गई हैं। आरोपितों ने 10 से अधिक जूनियर छात्रों को मैदान में बुलाकर प्रताड़ित किया। उन्हें शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचाया और अपमानित करने के साथ अनुचित गतिविधियों में शामिल होने के लिए दबाव डाला। पिछले दो वर्षों में रैगिंग के तीन बड़े मामलों में विश्वविद्याल कार्रवाई कर चुका है।
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