अन्नपूर्णेश्वरी का प्रसाद पाकर भक्त निहाल, अन्नपूर्णा मंदिर में सात माह बाद शुरू हुई अन्नसेवा
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र स्थित अन्नपूर्णेश्वरी दरबार में सात माह बाद प्रसाद पाकर श्रद्धालु निहाल हो उठे। अन्नपूर्णा मंदिर का कालिका गली स्थि ...और पढ़ें

वाराणसी, जेएनएन। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र स्थित अन्नपूर्णेश्वरी दरबार में सात माह बाद प्रसाद पाकर श्रद्धालु निहाल हो उठे। अन्नपूर्णा मंदिर का कालिका गली स्थित अन्नक्षेत्र में सात माह बाद रविवार को अन्न प्रसाद शुरू किया गया। साथ ही शाम पांच बजे से रात दस बजे तक अल्पाहार भी कराया गया। अन्न क्षेत्र की बांसफाटक शाखा को 10 अक्टूबर को ही शुरू किया जा चुका है।
दोनों अन्नक्षेत्र कोरोना संकट को देखते हुए 22 मार्च से बंद कर दिए गए थे। इस बीच पैकेट बंद भोजन प्रशासन की मदद से जरूरतमंदों में बांटा तो जाता रहा लेकिन जुटान की बंदिश को देखते हुए श्रद्धालुहित में अन्नक्षेत्र बंद रहे। अब स्थिति सामान्य होने के बाद अन्नपूर्णा अन्नक्षेत्र ट्रस्ट ने जरूरी एहतियात के साथ इसे शुरू करने का निर्णय लिया। सुरक्षा की दृष्टि से भक्तों की थर्मल स्केङ्क्षनग की गई तो हाथ सैनिटाइज कराया गया। महंत रामेश्वर पुरी ने कहा कि मां भगवती की कृपा से महामारी खत्म होगी और सब कुछ जल्द ही ठीक होगा।
हर दिन 12 हजार लोग तक पाते रहे हैैं प्रसाद
अन्नपूर्णेश्वरी दरबार की ओर से अन्नक्षेत्र का आरंभ दिसंबर 2000 में किया गया था। इसके लिए कालिका गली स्थित भवन में अत्याधुनिक रसोई के साथ ही भोजन के लिए बैठने का बेहतर इंतजाम किया गया है। भक्तों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए वर्ष 2014 में बांसफाटक मेें भी शाखा शुरू की गई। ललिता घाट पर जरूरतमंदों तक प्रसाद पहुंचाया जाता रहा है। इस तरह कोरोना संकट से पहले नित्य दस से बारह हजार तक लोग प्रसाद पाते रहे हैैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।