Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अजय राय के आवास पर पहुँचे दालमंडी के सैकड़ों व्यापारी, दमन-उत्पीड़न के खिलाफ अपनी पीड़ा रखी

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Tue, 11 Nov 2025 05:44 PM (IST)

    दालमंडी के सैकड़ों व्यापारियों ने अजय राय के आवास पर पहुंचकर पुलिस द्वारा कथित दमन और उत्पीड़न के खिलाफ अपनी शिकायत दर्ज कराई। व्यापारियों ने पुलिस पर बिना कारण परेशान करने और डराने-धमकाने का आरोप लगाया, जिससे उनका व्यापार प्रभावित हो रहा है। 

    Hero Image

    कारोबार‍ियों ने अजय राय से म‍िलकर अपनी गंभीर चिंता और पीड़ा व्यक्त की।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। दालमंडी क्षेत्र के सैकड़ों व्यापार‍ियों ने लहुराबीर स्थित कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के आवास पर पहुँचकर अपनी पीड़ा सुनाई। कारोबार‍ियों ने शासन-प्रशासन द्वारा दालमंडी बाजार पर चलाए जा रहे जबरन, पक्षपातपूर्ण और दमनकारी कार्यवाही के खिलाफ अपनी गंभीर चिंता और पीड़ा व्यक्त की।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    व्यापार‍ियों ने बताया कि दालमंडी काशी का ऐतिहासिक व्यापारिक केंद्र है, जहाँ पीढ़ियों से हर वर्ग, हर समुदाय और हर परिवार अपनी रोज़ी-रोटी चला रहा है। लेकिन, वर्तमान सरकार बनारस की परंपरा, संस्कृति और मध्यम, छोटे व्यापार को समाप्त करने की मंशा से योजनाबद्ध तरीके से नष्ट कर रही है।

    व्यापारियों की पीड़ा को साझा करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा क‍ि मोदी- योगी सरकार का यह कदम सिर्फ दुकानों को हटाने का मामला नहीं है बल्कि हजारों परिवारों के भविष्य पर हमला है। व्यापारी समाज का समर्थन कांग्रेस पार्टी करती है दालमंडी सिर्फ बाजार नहीं, काशी की पहचान और आर्थिक धड़कन है।

    कहा क‍ि यह सरकार काशी को कॉरपोरेट के हाथों बेचने पर तुली है। बनारस के व्यापारियों का अपमान - काशी का अपमान है। यह सरकार रोजगार देने की बात करती है, लेकिन सच यह है कि यह शासन रोजगार छीन रहा है। छोटे व्यापार को कुचलकर उद्योगपतियों को लाभ पहुँचाने का यह खेल चल रहा है। कांग्रेस व्यापारी समाज के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।

    बताया क‍ि दालमंडी क्षेत्र के पीड़ित व्यापारी बंधुओं ने मुझसे मिलकर अपनी व्यथा व्यक्त की है। हर व्यापारी की आँख में दर्द, भय और भविष्य को लेकर चिंता साफ दिखाई दी। यह केवल दुकानों का मुद्दा नहीं है लोगों की आजीविका, बच्चों की पढ़ाई, परिवारों के जीवन का प्रश्न है। सरकार का असंवेदनशील रवैया की जितनी निंदा की जाए कम है।

    इस दौरान महानगर अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे, अब्दुल हमीद डोडे, खालिद सिद्दीकी, हाजी इस्लाम समेत दालमंडी ब्यापार समिति के पदाधिकारियों समेत तमाम कारोबारी मौजूद रहे।