मनुष्य की मांसपेशियों को आराम पहुंचाने में कारगर हैं जीरा, जानिए जीरा सेवन की विधि और फायदे
शरीर की प्रतिरोधी क्षमता व अपनी सेहत सिर्फ अनार-सेब के जूस या मल्टी विटामिन की गोलियां ही नहीं है बल्कि रसोई घर में उपलब्ध देशी सामग्रियों का सेवन अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में करके भी बेहतर कर सकती हैं।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। अपने शरीर की प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने या पोषण की मात्रा पूरी करने के लिए हम खान- पान और टैबलेट-कैप्सूल के जरिए तमाम जतन किए जाते रहे हैं। शरीर की प्रतिरोधी क्षमता व अपनी सेहत सिर्फ अनार-सेब के जूस या मल्टी विटामिन की गोलियां ही नहीं है, बल्कि रसोई घर में उपलब्ध देशी सामग्रियों का सेवन अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में करके भी बेहतर कर सकती हैं।
यानी आपको पौष्टिकता पाने के लिए कोई बहुत जरूरी नहीं कि बाजार से महंगे खाद्य पदार्थ ही खरीदनी पड़े। आपके किचन में भी हमेशा उपलब्ध रहने वाली सामग्री आपको दुरुस्त रख सकती हैं। इसमें महत्वपूर्ण है जीरा। जीरा मांसपेशियों को आराम पहुंचाने में भी बहुत कारगर है। इसके फायदे बता रही हैं एम्स नई दिल्ली की पूर्व एवं वर्ततान में कर्मचारी राज्य बीमा निगम अस्पताल पांडेयुपर की आहार-विहार विशेषज्ञ रितु पुरी। आइए जानते हैं जीरा सहित किचन में आसानी से उपलब्ध इस सुपर फूड के बारे में, जिसे आपको प्रतिदिन खाना चाहिए।
रितु बताती हैं कि जीरा एक बेहतरीन एंटी-ऑक्सिडेंट है और साथ ही यह सूजन को करने और मांसपेशियों को आराम पहुचांने में कारगर है। इसमें फाइबर भी पाया जाता है। साथ ही यह आयरन, कॉपर, कैल्शियम, पोटैशियम, मैगनीज, जिंक व मैगनीशियम जैसे मिनरल्स का अच्छा सोर्स भी है। इसमें विटामिन ई, ए, सी और बी-कॉम्प्लैक्स जैसे विटामिन भी खासी मात्रा में पाए जाते हैं। यह आपको डेंगू के मौसम में, गर्मी में, बारिश के मौसम में भी मदद करेगा। इसे इन मौसम में किसी भी रूप में खाना चाहिए। इससे आप अपने शरीर को ताजा महसूस करेंगे। यह वेट लास के लिए भी अच्छा हैं। साथ ही पाचन शक्ति बढ़ने के लिए अच्छा हैं। रितु कहना है कि अपने शारी के पोषण को पूरा करने के लिए जरूरी नहीं हैं कि महंगे खाद्य पदार्थ का सेवन करें। मौसमी फल या सब्जी ही हमें पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व दे देते हैं।