जागरण संवाददाता, प्रयागराज: बिजली कटौती से परेशान लोगों पर वर्षा राहत बनकर आई है। हालांकि किसानों के लिए यह आफत बन सकती है। खेतों में खड़ी सरसों की फसल को यह वर्षा नुकसान पहुंचा सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिन तेज हवा के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। इससे सरसों की फलियों के फूलने का खतरा है, जो धूप निकलने के बाद चटक सकती है। साथ ही वर्षा के साथ तेज हवाएं गेहूं की फसल को गिरा सकती हैं।

बूंदाबांदी ने दी राहत

शनिवार को सुबह से ही बादल छाए हुए थे। दोपहर करीब तीन बजे हल्की बूंदाबांदी शुरू हुई जो बाद में रिमझिम वर्षा में बदल गई। सड़के भीग गई और गर्मी से परेशान लोगों को तापमान में गिरावट से राहत महसूस हुई। हालांकि यह दौर कुछ ही देर चला और फिर मौसम सामान्य हो गया।

आम और सरसों की फसल के लिए है नुकसानदायक

शुआट्स के मौसम विज्ञानी डा. प्रवीण चरन ने बताया कि वर्षा का दौर आगे जारी रहेगा तो फसलों को नुकसान होगा। पकी सरसों भीग जाएगी। इसके बाद जब धूप निकलेगी तो फली फट जाएगी और सरसो बाहर गिर सकती है। इससे नुकसान होगा। इसके अलावा आम की बौर के लिए भी यह वर्षा नुकसानदायक है।

21 मार्च को हो सकती है हल्की वर्षा

शनिवार को अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस रहा वहीं न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य था। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक था। मौसम विभाग के अनुसार, 21 मार्च तक हल्की वर्षा की संभावना है। इसके बाद मौसम सामान्य होगा।

Edited By: Abhishek Pandey