कफ सीरप तस्करी के आरोपित शुभम पर कसा शिकंजा, ईडी ने वाराणसी के 2 मकानों पर चिपकाया नोटिस, संसद में भी उठा मुद्दा
कफ सीरप तस्करी के आरोपी शुभम के खिलाफ ईडी ने वाराणसी में दो मकानों पर नोटिस चिपकाया है। यह मामला संसद में भी उठाया गया था, जिससे मामले की गंभीरता बढ़ ...और पढ़ें

जागरण टीम, वाराणसी। दुबई फरार हो चुके कोडीन युक्त कफ सीरप की तस्करी के आरोपित शुभम जायसवाल पर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। अवैध तरीके से नशे के लिए प्रयोग किए जाने वाले सीरप की करोड़ों की तस्करी के मामले में एफआइआर दर्ज होने के बाद ईडी की तीन सदस्यीय टीम बुधवार को बनारस पहुंची और आरोपित के दो मकानों पर नोटिस चस्पा किया। इसमें सिगरा थाना के बादशाहबाग स्थित दुर्गा निवास और प्रह्लादघाट-कायस्थान स्थित मकान शामिल है।
इधर, कफ सीरप तस्करी का मामला बुधवार को लोकसभा में आजमगढ़ के सांसद धर्मेंद्र यादव ने उठाया। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष की अनुपस्थिति में सदन का संचालन कर रहीं संध्या राय से इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग रखी।शुभम का नाम चार नवंबर को गाजियाबाद पुलिस द्वारा तीन करोड़ 40 लाख रुपये के कफ सीरप बरामदगी मामले में पहली बार मुख्य सरगना के रूप सामने आया था। इसके दूसरे ही दिन पांच नवंबर को शुभम कोलकाता से परिवार व अन्य सहयोगी के साथ दुबई भाग निकला।
तस्करी का तार वाराणसी से जुड़ा तो सक्रिय हुई पुलिस ने चंदौली, जौनपुर, गाजीपुर, वाराणसी में करोड़ों रुपये का कोडीन युक्त सीरप बरामद किया, जिसके बाद जांच का दायरा बढ़ता गया। मुख्य आरोपी शुभम सहित आठ आरोपियों को ईडी ने समन भेजा है। अगले दो दिन के अंदर इस मामले में अमित सिंह टाटा, बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह, भोला जायसवाल, गौरव, वरुण, विकास, आसिफ, वासिफ, विकास सिंह नरवे समेत 30 से ज्यादा आरोपितों को समन भेजा जाएगा। ईडी ने जिलों में दर्ज 30 से ज्यादा एफआइआर के आधार पर मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया है। जेल गए आरोपित से कोर्ट की अनुमति लेकर पूछताछ होगी।
ईडी ने की ये मांग
ईडी ने शुभम से बीते 10 वर्षों का आयकर विवरण, खरीदी व बेची गईं संपत्तियों का ब्योरा, बैंक खातों, कंपनियों, चालू-बंद फर्मों का विवरण मांगा है। ईडी के सहायक निदेशक प्रवीन कुमार की ओर से भेजे गए समन में शुभम के पेश नहीं होने पर सख्त कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है।इस बीच सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने कफ सीरप मामले को बुधवार को लोकसभा में उठाते हुए कहा कि वाराणसी के साथ ही मीरजापुर, जौनुपर, भदोही, आजमगढ़, चंदौली और गाजीपुर में नकली कफ सीरप का पूरा रैकेट चल रहा है। यह रैकेट सिर्फ अंतरजनपदीय नहीं है बल्कि यूपी, मध्यप्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल के साथ ही बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका तक फैला हुआ है।
सांसद ने कहा कि वाराणसी माफिया का केंद्र बना हुआ है। माफिया को महंगी गाड़ियां गिफ्ट की गई हैं। अगर कहा गया तो गिफ्ट की गई गाड़ी और माफिया का पूरा ब्योरा सदन में वह उपलब्ध करा देंगे। नकली कफ सीरप और उससे हो रही मौतों पर अपनी बात रखते हुए सांसद ने कहा कि वाराणसी बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष राजा आनंद ज्योति सिंह की एक साल पहले कफ सीरप प्रकरण में जान चली गई थी। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेंस कर इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट किया जब जाकर प्राथमिकी दर्ज हुई। इस पूरे प्रकरण में पूर्व सांसद धनंजय सिंह के साथ कफ सीरप मामले में आरोपित लोगों की तस्वीर इन दिनों इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित है।
कफ सीरप तस्करी के आरोपित को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा
वाराणसी निवासी कफ सीरप तस्करी का आरोपित भोला प्रसाद जायसवाल को कोलकाता एयरपोर्ट से गिरफ्तार करने के बाद सोनभद्र पुलिस ने बुधवार को उसे एनडीपीएस न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने उसे 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेजने का आदेश दिया। पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि भोला अपने परिवार के साथ थाइलैंड भागने की तैयारी कर रहा था। वह ड्रग माफिया शुभम जायसवाल का पिता है।
एसपी ने बताया कि सोनभद्र पुलिस ने 18 अक्टूबर को चेकिंग के दौरान दो कंटेनरों से लगभग साढ़े तीन करोड़ रुपये मूल्य की प्रतिबंधित कफ सीरप की एक लाख 19 हजार 675 शीशियां बरामद की थीं। इसके अलावा एक नवंबर को झारखंड के रांची में 134 पेटियों में 13,400 कफ सीरप की शीशियां मिली थीं। तीन नवंबर को सोनभद्र और गाजियाबाद पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में चार ट्रकों से 3.40 करोड़ रुपये का कफ सीरप और 20 लाख रुपये नकद बरामद किए गए थे।
भोला प्रसाद ने मेसर्स शैली ट्रेडर्स, रांची के माध्यम से बड़े पैमाने पर कफ सीरप की नकली बिलिंग कर विभिन्न जनपदों में अवैध वितरण किया है। इस मामले में चार्टर्ड अकाउंटेंट विष्णु अग्रवाल से भी पूछताछ की जाएगी।

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