खुद को गोली मारने वाले लालपुर पांडेयपुर थाने के सिपाही ने इलाज के दौरान ट्रामा सेंटर में तोड़ा दम
वाराणसी में खुद को गोली मारने वाले लालपुर पांडेयपुर थाने के सिपाही ने इलाज के दौरान ट्रामा सेंटर में गुरुवार को दम तोड़ दिया। इस मामले में शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के साथ ही पुलिस विधिक कार्रवाई में जुट गई है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। लालपुर पांडेयपुर थाने में तैनात सिपाही यशवंत सिंह ने आखिरकार दम तोड़ दिया। बीते माह 23 अप्रैल को सिपाही ने खुद को गोली मार ली थी। यशवंत ने थानाध्यक्ष पर खुद को मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया था। पुलिस की ही सरकारी गाड़ी में उन्होंने खुद को गोली मार ली थी। बीएचयू ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान सिपाही की गुरुवार को आखिरकार मौत हो गई। इस मामले में पूर्व में ही मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के आरोपित थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर किया जा चुका है।
वहीं मृत हेड कांस्टेबल यशवंत सिंह के भाई ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद स्वजन शव को अंतिम संस्कार के लिए ले पैतृक आवाज आजमगढ़ ले जाएंगे। उन्होंने बताया कि सिर में फंसी गोली को खतरे की वजह से ऑपरेशन करके नही निकला जा सका था साथ ही चार डॉक्टरों की टीम लगातार यशवंत सिंह के सेहत की जानकारी कर रही थी। आखिरकार पखवारे भर से मृत्यु से संघर्ष करते हुए वह जंग हार गए। मौत की जानकारी होने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी।
पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम के बाद आवश्यक कार्रवाई कर शव को परिजनों को सौंप दिया जाएगा। वहीं पोस्टमार्टम के बाद शव को पैतृक आवास अंतिम संस्कार करने के लिए ले जाने की तैयारी परिजनों की ओर से की जा रही है। पूर्व में खुद को गोली मारने के पूर्व यशवंत सिंह ने अपने बेटे को वाट्सएप पर सुसाइड नोट भेजा था। गोली मारने की जानकारी होने के बाद परिजनों ने पुलिस को ही कठघरे में खड़ा किया था। इस बाबत सुसाइड नोट भी खूब वायरल हुआ था। वहीं हादसे के बाद अधिकारियों ने प्रकरण का संज्ञान लेते हुए आरोपित थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया था। माना जा रहा है कि इस मामले में अब मौत होने के बाद पुलिस संबंधित केस में धाराओं में इजाफा करेगी।