पंजाब कांग्रेस के नेता सुनील जाखड़ ने संत रविदास मंदिर में लगाई हाजिरी, आपत्तिजनक बयान के लिए दी सफाई
पंजाब में कांग्रेस की हार के बाद से सियासी उठापटक और आरोप प्रत्यारोप का पार्टी के स्तर पर खूब सियासी घमासान चल रहा है। इस पर कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने संत रविदास मंदिर सीर गोवर्धन में नतमस्तक होकर सफाई दी है।

वाराणसी [रवि पांडेय]। कांग्रेस की पंजाब इकाई के पूर्व अध्यक्ष तथा पूर्व सांसद सुनील जाखड़ पर रविदासिया धर्म के खिलाफ रविदासिया समाज (दलित समाज) पर आपत्तिजनक भाषा बोलने के कारण पंजाब में जगह जगह धरना प्रदर्शन और विरोध हो रहा है। लगातार पंजाब में हो रहे विरोध और एफआइआर दर्ज करने की मांग के कारण सुनील जाखड़ की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही थीं।

इसी को लेकर सुनील जाखड़ बुधवार को संत रविदास मंदिर जन्मस्थान सीर गोवर्धनपुर पहुंचकर मत्था टेकने के साथ ही आपत्तिजनक बयान के लिए ट्रस्ट और मंदिर प्रबंधन के सामने सफाई दिया कि मैंने कभी भी दलित समाज के खिलाफ कोई आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग नहीं किया है। लेकिन अगर समाज के लोगों को हमसे ठेस पहुंची या भावनाएं आहत हुई हैं उसके लिए नतमस्तक होने आया हूं।

संत रविदास मंदिर पहुंचे सुनील जाखड़ ने पहले रविदास प्रतिमा के सामने मत्था टेककर आशीर्वाद लिया। इसके बाद मंदिर प्रबंधन की तरफ से प्रसाद देकर उनका सम्मान किया गया। सुनील जाखड़ ने कहा कि खुशी की बात है कि आज संत शिरोमणि श्री गुरु रविदास महाराज की जन्मस्थली पर मत्था टेकने का सौभाग्य हुआ। ट्रस्टी के एल सरोए ने बताया कि सुनील जाखड़ ने संत रविदास प्रतिमा के सामने खड़े होकर कहा कि इस समाज से हमारा पहले भी नाता और भाईचारा था आगे भी कायम रहेगा। मैं गुरु महाराज के सामने नतमस्तक होने आया हूं।

कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ पर आरोप रहा कि उन्होंने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान दलितों के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया था। इस मामले को लेकर एक तरफ जहां दलित कार्यकर्ताओं ने जाखड़ का पुतला फूंक कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इस पर सीर गोवर्धन पहुंचे कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने कहा कि हमने कोई आपत्तिजनक भाषा नहीं बोला लेकिन फिर भी भाईचारा के लिए जन्मस्थान पर नतमस्तक होने आया हूं। इस मौके पर मंदिर प्रबंधन ट्रस्टी के एल सरोए, हरदेव जी, परमिन्दर जी, विजय कुमार मंदिर के प्रबंधक रणवीर सिंह आदि मौजूद रहे।

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