नवरात्र में झूमकर बरसेंगे बादल, पूर्वांचल से मानसून की पखवारे भर में शुरू होगी विदायी
वाराणसी में धूप-छांव के बीच उमस ने लोगों को परेशान किया। बाबतपुर क्षेत्र में अच्छी वर्षा हुई जिससे वहां के लोगों को राहत मिली जबकि शहर में बूंदाबांदी से उमस बनी रही। मौसम विभाग ने अगले सप्ताह पूर्वी उत्तर प्रदेश में अच्छी वर्षा की संभावना जताई है। तापमान सामान्य रहा और बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दाब क्षेत्र का असर दिखने की संभावना है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। मानसून की विदायी को अब मात्र बीस दिन और शेष हैं। ऐसे में बादलों की सक्रियता पूर्वांचल में बन रही है और पखवारे भर मानसूनी सक्रियता का दौर बना और बचा रहेगा। इसके बाद बादल लौटने लगेंगे। हालांकि तब तक बारिश का दौर आर्द्रता पर निभर रहेगा। पांच अक्टूबर तक मानसूनी विदायी की वजह से उम्मीद है कि नवरात्र में बादल झूमकर बरसेंगे।
सोमवार को भी बादलों की आवाजाही का रुख बना रहा और उमस का दौर लोगों को पसीना पसीना करता रहा। धूप-छांव के बीच एक दिन पूर्व शहरी क्षेत्र में तो रविवार को ग्रामीण क्षेत्रों में मुख्य रूप से बाबतपुर के क्षेत्र में बादलों ने झूमकर वर्षा की। इससे उधर के लोगों को उमस से राहत मिली तो शहरी क्षेत्र में महज बूंदाबांदी के चलते लोग भीषण उमस से बेहाल रहे। बाबतपुर क्षेत्र में रविवार को 14.9 मिमी पानी गिरा।
सुबह से ही धूप-छांव के वातावरण के बीच अत्यधिक आर्द्रता ने भीषण उमस पैदा कर दिया था। सुबह साढ़े दस बजे से शहर के दक्षिणी क्षेत्र में अमरा बाईपास, से लेकर चितईपुर तक रिमझिम वर्षा शुरू हुई जो लगभग डेढ़ घंटे तक कभी कम कभी तेज होती रही। इधर शहर के मध्य और उत्तरी क्षेत्र में आर्द्रता और धूप के मिश्रण से वाष्पीकृत मौसम ने तीखी धूप ने शरीर का पानी उबाल रखा था।
वहीं उमस की वजह से लोग पसीने से तर बतर रहे। दोपहर बाद इधर भी वातावरण बदला बादलों की छांव ने राहत तो दी मगर बूंदाबांदी से आगे न बढ़ सके। इसके चलते उमस फिर बढ़ गई। उध्र बाबतपुर क्षेत्र में बादलों ने जमकर बरसात की और दो घंटे में लगभग 15 मिमी पानी गिरा दिया जिससे खेतों और निचले इलाकों में पानी लग गया। इस बीच अधिकतम तापमान 34.7 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
आगामी सप्ताह पूर्वी उत्तर प्रदेश में अच्छी वर्षा की संभावना
उधर पश्चिमी राजस्थान से दक्षिणी-पश्चिम मानसून अपनी सामान्य तिथि 17 सितंबर के सापेक्ष तीन दिन पूर्व ही वापसी आरंभ कर दिया है। दूसरी ओर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में बना निम्नदाब क्षेत्र के मध्य भारत की ओर बढ़ रहा है।
इसके साथ ही निष्प्रभावी हुई मानसून द्रोणी के परिणामस्वरूप बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी प्रदेश के पूर्वी एवं मध्यवर्ती भाग तक पहुंच रही है। इससे वर्षा गतिविधियों में पुनः वृद्धि होने से अगले सप्ताह तक तराई, पूर्वांचल एवं मध्यांचल के जिलों में मेघगर्जन एवं मध्यम वर्षा के साथ कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की संभावना है।
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