परीक्षाओं से रोडवेज की कमाई को लगे पंख, सिटी बसों की आय में छलांग
वाराणसी में बीते दिनों आयोजित एसएससी परीक्षाओं के चलते लंबे समय से घाटे में चल रहे रोडवेज बनारस परिक्षेत्र की कमाई को पंख लगे।
वाराणसी, जेएनएन। बीते दिनों आयोजित एसएससी परीक्षाओं के चलते लंबे समय से घाटे में चल रहे रोडवेज बनारस परिक्षेत्र की कमाई को पंख लगे। इसमें चौधरी चरण सिंह डिपो से संचालित कैंट डिपो नंबर एक पर रहा वहीं ग्रामीण डिपो भी कमाई की रेस में बराबरी से डटा रहा। दोनों डिपो के अच्छे प्रदर्शन ने लगातार बसों का रूट परिवर्तन करने के चलते घाटे में चल रहे परिक्षेत्र के लिए संजीवनी का काम किया। दोनों डिपो के साथ ही सिटी बस की कमाई में भी डेढ़ लाख का इजाफा दर्ज किया गया। बढ़ी इनकम पर क्षेत्रीय प्रबंधक केके शर्मा ने सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों और केंद्र प्रभारियों की पीठ थपथपाते हुए बधाई दी।
इस दौरान की कमाई के आंकड़े खुद ही कहानी बयान करते हैं - 22 दिसंबर कैंट डिपो 12.71 लाख ग्रामीण डिपो 11.87 लाख व परिक्षेत्र ने 66.88 लाख की कमाई दर्ज की। 23 दिसंबर को कैंट डिपो की 17.05 लाख, ग्रामीण डिपो की 11.87 लाख और परिक्षेत्र की 77.35 लाख रही। 24 दिसंबर को कैंट डिपो ने 14.33 लाख, ग्रामीण डिपो ने 9.41 लाख और परिक्षेत्र ने 72.44 लाख की आय दर्ज की।
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक ओम प्रकाश ओझा ने बताया कि परीक्षाओं के दौरान भीड़ प्रबंधन में क्षेत्रीय प्रबंधक केके शर्मा, सेवा प्रबंधक केपी सिंह, एआरएम कैंट व वरिष्ठ केंद्र प्रभारी आरके श्रीवास्तव ने अहम भूमिका निभाई।
काम आई कैंट डिपो की तरकीब शहर के अधिकतर बच्चों का परीक्षा केंद्र राजधानी लखनऊ में था। ऐसे में यहां से जो बसें परीक्षार्थियों को लेकर गईं वो वापसी में नियमित ठहराव से अधिक देरी तक रुककर उन्हीं छात्रों को वापस लेकर बनारस लौटी। इससे रोडवेज की कमाई तो बढ़ी ही परीक्षार्थियों को भी ज्यादा समस्या नहीं हुई।
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