दैनिक जागरण की संस्कारशाला से बच्चों ने पाया और बेहतर संस्कार, देश के प्रति अपने दायित्वों को समझा
वाराणसी के कटिंग मेमोरियल इंटरमीडिएट कॉलेज में परिसर और संपत्ति के प्रति सम्मान कहानी पर चर्चा हुई। छात्रों ने विद्यालय की संपत्ति को अपना मानने और उसकी रक्षा करने की बात कही। दैनिक जागरण की संस्कारशाला पहल को सराहा गया जिससे बच्चों में संस्कारों का विकास होगा। छात्रों ने देश की संपत्ति की रक्षा को अपना दायित्व बताया और कहा कि संपत्ति को नुकसान पहुंचाना देश का नुकसान है।

मुकेश चंद्र श्रीवास्तव, वाराणसी : किशोर उम्र में भी सभी को कुछ न कुछ जिम्मेदारी मिलनी चाहिए। साथ ही विद्यार्थियों के मन में स्कूल की संपत्ति को लेकर स्वामित्व का भावना जगाना चाहिए। कारण कि अपनापन होगा तो उसकी सुरक्षा के लिए भी चिंता होगी।
यह बातें शुक्रवार को कटिंग मेमोरियल इंटरमीडिएट कालेज में शिक्षकों व छात्र-छात्राओं ने कही। ये दैनिक जागरण की ओर से शुक्रवार को आयोजित संस्कारशाला की कहानी ‘परिसर और संपत्ति के प्रति सम्मान’ वाचन के बाद विचार रख रहे थे। कटिंग मेमोरियल इंटरमीडिएट कालेज में शिक्षिका रीना मसीह ने कहानी का वाचन किया। वहीं आर्य महिला इंटर कालेज में छात्रा नंदिनी ने कहानी पढ़ी।
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हमने इस कहानी के माध्यम से विषयवस्तु को स्वयं से जोड़ा। साथ ही अपनी गतिविधियों का भी मूल्यांकन किया।
- सुनैना, छात्रा, कटिंग मेमोरियल इंटरमीडिएट कालेज
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हम इस बात से सहमत हैं कि कभी भी अपने विद्यालय की संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। यह सभी पर लागू होता है।
- अनीशा, छात्रा, कटिंग मेमोरियल इंटरमीडिएट कालेज
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हमें सिर्फ स्कूल ही नहीं अपने देश की किसी भी संपत्ति की रक्षा करना चाहिए। यह सभी का उनका दायित्व भी है।
- प्रह्लाद पासवान, छात्र, कटिंग मेमोरियल इंटरमीडिएट कालेज
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प्रत्येक संपदा को बनाने में देश की ऊर्जा और धन खर्च होता है। यदि उसे नुकसान पहुंचता है तो देश का नुकसान होता है।
- प्रियांशु सोनकर, छात्र, कटिंग मेमोरियल इंटरमीडिएट कालेज
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दैनिक जागरण की यह पहल बहुत ही सराहनीय है। संस्कारशाला अभियान से बच्चों में संस्कार का विकास होगा। इस कहानी से सभी को सीख मिलती है कि देश की हर प्रकार की संपत्ति को सुरक्षित रखना सभी का दायित्व है।
- हरेंद्र कुमार, प्रधानाचार्य, कटिंग मेमोरियल इंटरमीडिएट कालेज
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- हम सबके लिए राष्ट्र प्रथम है। अपने नागरिक कर्तव्यों के प्रति सजग होकर देश को विकास की राह पर ले जाना चाहिए।
- रिमझिम वर्मा, छात्रा, आर्य महिला इंटर कालेज
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हम सब को अपनी खुशी में आसपास के वातावरण का ध्यान रखना चाहिए। देश की संपत्ति भी हमारी संपत्ति है, यह मानना चाहिए।
- रिंकी सोनकर, छात्रा, आर्य महिला इंटर कालेज
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कई बार आंदोलनों में लोग आगजनी की घटनाएं करते हैं, वह बहुत गलत है। आंदोलन सभ्य तरीके से करें, न कि देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाए।
- खुशी सरोज, आर्य महिला इंटर कालेज
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- संस्कारशाला की इस कहानी से हमारी आंखें खोल दी है। हम दूसरे को भी बताएं कि कभी सरकारी या अन्य किसी की संपत्ति को नुकसा नहीं पहुंचाएंगे।
- सोनम निषाद
कई विद्यार्थियों ने कहानी से खुद को जोड़ा
- संस्कारशाला की इस कहानी ने बताया कि हम कैसे मुख्य पात्र आकर्ष की भावना के साथ खुद को जोड़ते हुए समाज में अच्छाई ला सकते हैं। बच्चों में अपने विद्यालय के प्रति जुड़ाव भी यह कहानी पैदा कर रही है। सभी बच्चे अपने विद्यालय को प्रिय ही मानेंगे।
- डा. प्रतिभा यादव , प्रधानाचार्य
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