रघुनाथनगर व छित्तूपुर में चिकनगुनिया का प्रकोप, महकमा अनजान
जागरण संवाददाता वाराणसी कोरोना संक्रमण के बीच जनपद में चिकनगुनिया ने पांच पसारने शुरू

जागरण संवाददाता, वाराणसी : कोरोना संक्रमण के बीच जनपद में चिकनगुनिया ने पांच पसारने शुरू कर दिए हैं। छित्तूपुर-सिगरा व रघुनाथनगर कालोनी-महमूरगंज में दर्जनों लोग जोड़ों के दर्द व बुखार से पीड़ित हैं। निजी पैथालाजी से चिकनगुनिया की पुष्टि भी हो चुकी है और निजी अस्पतालों से उनका इलाज भी चल रहा है। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग के पास आंकड़े तो दूर इसकी जानकारी तक नहीं है।
पिछले पखवाड़े भर से दोनों क्षेत्र में कई घर के लोग बुखार व जोड़ों के दर्द से परेशान हैं। कई घर तो ऐसे हैं कि चार से पांच सदस्य इससे ग्रसित हैं। निजी लैब में रैपिड टेस्ट में चिकनगुनिया की पुष्टि होने के बाद निजी चिकित्सकों के यहां लोग इलाज करा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इस वर्ष अब तक मलेरिया के 32 मामले, डेंगू के दो व चिकनगुनिया का एक मामला आया है। वहीं छित्तूपुर व रघुनाथ नगर कालोनी को लेकर महकमे के पास कोई रिपोर्ट नहीं थी। जिला मलेरिया अधिकारी शरद चंद पांडेय के मुताबिक नियमानुसार रैपिड टेस्ट में चिकनगुनिया की पुष्टि होने के बाद कंफर्म करने के लिए बीएचयू व जिला अस्पताल में ब्लड सैंपल भेजने का प्रावधान है। यहां पुष्टि के बाद ही इलाज शुरू किया जाता है। दोनों ही क्षेत्रों में गुरुवार को स्वास्थ्य टीम भेज कर दवा का छिड़काव कराने के साथ ही लक्षण वाले मरीजों का सैंपल लिया जाएगा। वहीं रैपिड टेस्ट में चिकनगुनिया की पुष्टि करने वाले निजी लैबों को जानकारी न देने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा।
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि घर के अंदर जहां नमी होती है मसलन रसोई व स्नानागार, वहां एडीज मच्छर पनपता है। इसके काटने से डेंगू व चिकनगुनिया होता है। इसके कारण जोड़ों में दर्द, सिरदर्द, आंख के पीछे दर्द व कभी-कभी उल्टी भी हो सकती है और कमजोरी के साथ प्लेटलेट्स घटने लगता है। इस तरह की किसी भी समस्या से घबराने की जरूरत नहीं। नजदीकी सरकारी अस्पताल में जांच कराएं और चिकित्सक की सलाह से ही दवा लें। इसकी जांच (एलाइ•ा टेस्ट) दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय व सर सुंदरलाल चिकित्सालय-बीएचयू में नि:शुल्क की जाती है।

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