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    मुख्‍तार अंसारी खेमे में अब तक का सबसे बड़ा नुकसान, गाजीपुर में मेराज पर एक भी एफआइआर दर्ज नहीं

    By Saurabh ChakravartyEdited By:
    Updated: Fri, 14 May 2021 05:42 PM (IST)

    मेराज मुख्तार अंसारी का बेहद करीबी था। यूं तो जिले में मेराज के खिलाफ एक भी मुकदमा दर्ज नहीं है लेकिन बताया जाता है ज्यादातर अपराधिक कार्यों की सेटिंग ...और पढ़ें

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    शूटर मेराज मुख्तार अंसारी का बेहद करीबी था।

    गाजीपुर, जेएनएन। मेराज मुख्तार अंसारी का बेहद करीबी था। यूं तो जिले में मेराज के खिलाफ एक भी मुकदमा दर्ज नहीं है, लेकिन बताया जाता है ज्यादातर अपराधिक कार्यों की सेटिंग भी यही करता था। पहले यह मुख्तार का खास हुआ करता था, लेकिन बाद में मुख्तार के ठेका-पट्टा सहित पूरे कार्याें का लेखा-जोखा यही रखता था। माना जा रहा है कि मेराज की हत्या के बाद मुख्तार का अब तक का सबसे बड़ा नुकसान हुआ है।

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    पांच वक्त का नमाजी था मेराज

    मेराज पांच वक्त का नमाजी था। दिन में सुबह, दोपहर, तीसरे पहर, शाम और रात को नमाज पढ़ता था। जेल की उच्च सुरक्षा बैरक में इसकी हत्या हो जाने से जहां सभी हैरान हैं, वहीं अंसारी खेमें में खलबली मची हुई है। मेराज पांच वक्त की नमाज अदा करने के साथ सौंपे गए सभी कार्यों को बड़े ही शिद्दत से करता था।

    मेराज खां के गांव महेंद में पसरा सन्नाटा

    चित्रकूट जेल की बैरक में मेराज खां की हत्या के बाद उसके पैतृक गांव मुहम्मदाबाद के महेंद में सन्नाटा पसर गया। वैसे इसके परिवार के सभी लोग करीब 20 वर्षों से वाराणसी में रहते थे, लेकिन त्योहारों के मौके पर कोई ना कोई जरूर आता था। लाकडाउन के कारण इस बार ईद के मौके पर भी परिवार का कोई सदस्य गांव नहीं पहुंचा था। मेराज की हत्या को लेकर महेंद के साथ ही पूरे क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। मेराज के पिता जमालुद्दीन खां का करीब छह वर्ष पूर्व इंतकाल हो चुका है। मेराज पांच भाइयों में चौथे नंबर पर था। बड़ा भाई निजामुद्दीन खां पुलिस में सिपाही से सेवानिवृत हैं। दूसरे कलामुद्दीन रेलवे माल बाबू से व तीसरे नंबर के सलामुद्दीन पुलिस इंस्पेक्टर पद से सेवानिवृत्त हैं। चौथा मेराज था वहीं सबसे छोटा पांचवें नंबर का सेराज पुलिस विभाग में सिपाही के पद पर कार्यरत है। यहां पर किसी के न होने से घर में ताला लगा रहता है।

    जिले में कोई मुकदमा भी नहीं

    मेराज का महेंद का रहने वाला जरूर है लेकिन, यहां उसकी कोई आपराधिक गतिविधि नहीं रही। जिले में कोई मुकदमा भी नहीं है।

    -डा. ओमप्रकाश सिंह, पुलिस अधीक्षक।