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    शेयर बाजार के नाम पर चल रहा बड़ा स्‍कैम, लूट के इस तरीके को जानकर उड़ जाएंगे होश, न‍िवेशकों को तगड़ी चोट

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Sat, 20 Dec 2025 12:37 PM (IST)

    वाराणसी में शेयर बाजार के नाम पर बड़ा स्‍कैम चल रहा है, जिसमें निवेशको को फर्जी आंकड़े दिखाकर फंसाया जा रहा है। सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर निवे ...और पढ़ें

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    आनलाइन प्‍लेटफार्मों पर शेयर बाजार के नाम पर लूट का बड़ा कारोबार चल रहा है।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। भारत में शेयर बाजार इन द‍िनों भारतीय न‍िवेशकों के कारण बूम कर रहा है। एक ओर व‍िदेशी न‍ि‍वेशक छि‍टक रहे हैं तो देश में डीमैट एकाउंट खोलने की गत‍ि और देश के न‍िवेशकों की बढ़ती संख्‍या ने कारोबार में सेंधमारी भी शुरू कर दी है। इसमें फर्जीवाड़ा करने वाले ग‍िरोह सोशल मीड‍िया एकाउंट ओपन कर लोगों से क‍िसी शेयर व‍िशेष में न‍िवेश करने का प्रलोभन देते हैं। अपने दावों के समर्थन में वह फर्जी आंकड़ों को पेश कर पैसा लगवाने के बाद न‍िवेशकों के आर्थ‍िक हि‍तों को चोट पहुंचाते हैं। 

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    जैसे ही कोई न‍िवेशक अपना डीमैट एकाउंट खोलता है उसके मोबाइल नंबर पर अज्ञात एजेंस‍ियों के फोन काल आना शुरू हो जाते हैं। वह तरह तरह के प्रलोभन देकर न‍िवेश को प्रेर‍ित करते हैं। न‍िवेशकों से पैसे लगवाने के बाद उनमें धांधली का दौर शुरू हो जाता है। अमूमन एकाउंट चलाने वाला इस समस्‍या से दो चार हो रहा है। प्रदेश में कानपुर और लखनऊ के बाद पूर्वांचल सह‍ित वाराणसी में भी प्रदेश के सर्वाध‍िक न‍िवेशक हैं। शेयर बाजार में न‍िवेश के ल‍िहाज से यूपी अब गुजरात और महाराष्‍ट्र को टक्‍कर दे रहा है।  

    कारोबार में न‍िवेशक की मंशा होती है क‍ि क‍िसी कंपनी में न‍िवेश कर वह लाभ कमाए लेक‍िन यहीं से गुमराह करने और अपना उल्‍लू सीधा करने के ल‍िए फर्जीवाड़ा करने वाले ग‍िरोह सक्र‍िय हो जाते हैं। इसमें मददगार साब‍ित होता है एआइ, जहां मोबाइल पर शेयर के बारे में जानकारी सर्च करने के साथ ही फर्जी ग‍िरोह के व‍िज्ञापन न‍िवेशकों के एकाउंट में अपने आप शो करने लगते हैं। जहां नया न‍िवेशक आसानी से फंंसकर अपनी रकम को डुबो देता है। इसमें फर्जी लोगो, नाम और पहचान का प्रयोग करने का मामला भी सामने आता है। 

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    एक उदाहरण एनएसई टीम का है, जहां नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज के लोगो के साथ उसका नाम भी प्रयोग क‍िया गया है। इसके व‍िज्ञापन में ल‍िखा गया है क‍ि - "बिना सोचे-समझे खरीदारी न करें। मैं आपको मुफ़्त सिग्नल दूंगा। सिग्नल प्रतिदिन सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक भेजे जाते हैं। सटीकता दर 95.8% है। हमारे समुदाय से जुड़ें। मुफ़्त (प्रतिदिन 2 घंटे) जानकारी और शैक्षिक सामग्री प्राप्त करें।" इसके बारे में वाराणसी में सेबी के कार्यालय से पता करने पर जानकारी दी गई क‍ि यह पूरी तरह से फर्जी है। 

    दरअसल एनएसई यानी नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज एक संस्‍था है जो शेयर कारोबार पर न‍ियंत्रण और व्‍यवस्‍था का संचालन करती है। न क‍ि क‍िसी कंपनी के शेयर खरीदने या प्रमोट करने का काम करती है। शेयर बाजार के नाम पर इससे जुड़ने वालों को रोज अपने खास शेयरों में न‍िवेश के ल‍िए और लाभ कमाने का लालच द‍िया जाता है। जि‍ससे नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज का कोई भी संबंध नहीं होने के बाद भी न‍िवेशक एनएसई का नाम देखकर आकर्षित होता है और पैसा लगा बैठता है। पैसा लगाने के बाद शुरू होता है पैसे डूबने का दौर। 

    स‍िर्फ एनएसई ही नहीं इस प्रकार के कई न‍िवेश करने के ल‍िए प्रोत्‍साह‍ित करने वाले एकाउंट या तथाकथ‍ित व‍िशेषज्ञ भी आनलाइन प्‍लेटफार्म पर मौजूद हैं जो धन को दोगुना करने का दावा करते हुए न‍िवेशकों से बड़ी रकम को लगाने को प्रेर‍ित कर रहे हैं। इसकी जड़ में सबसे अधि‍क भारतीय न‍िवेशकों की बढ़ रही संख्‍या है। अब ड‍िज‍िटल अरेस्‍ट के मामले उजागर होने के बाद शेयर बाजार के नाम पर सर्वाध‍िक स्‍कैम हो रहे हैं। इसके ल‍िए सेबी की ओर से जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन तो क‍िया जा रहा है लेक‍िन जागरुकता के सापेक्ष फर्जीवाड़े के तरीके कई अध‍िक सामने आ रहे हैं।