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    बीएचयू में छात्रा की कार्डियक अरेस्ट से मौत, लापरवाही का आरोप लगाकर छात्राओं ने किया हंगामा

    Updated: Fri, 10 Oct 2025 05:25 AM (IST)

    वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में बीए की छात्रा प्राची सिंह की छात्रावास में तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। छात्राओं ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए महाविद्यालय के गेट पर धरना दिया और हंगामा किया। उनका कहना है कि प्राची को अस्पताल ले जाने में देरी हुई। प्राची प्राचीन भारतीय इतिहास की छात्रा थी और वनस्पति विज्ञान विभाग के पास बेहोश हो गई थी। अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया।

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    जागरण संवाददाता, वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के महिला महाविद्यालय में बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा प्राची सिंह की छात्रावास में तबीयत खराब होने के कारण मौत हो गई। साथी छात्राओं ने सूचना वार्डन को दी। छात्राओं का कहना है कि प्राची को अस्पताल ले जाने में लापरवाही बरती गई। इसके कारण छात्राओं ने गुरुवार को शाम महिला महाविद्यालय गेट पर धरना शुरू कर दिया।

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    मुख्य द्वार बंद करने का प्रयास किया गया लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें रोक लिया। महिला महाविद्यालय से बाहर जा रहे कर्मचारियों को भी छात्राओं ने रोक लिया था। सड़क पर धरना शुरू किए जाने के कारण कोई भी अधिकारी महिला महाविद्यालय में प्रवेश बाधित रहा।

    प्राची महिला महाविद्यालय के स्वास्तिक कुंज छात्रावास के कमरा नंबर 66 में रहती थी। वह प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति और पुरातत्व विभाग की छात्रा थी। वह सुबह क्लास करने जा रही थी, वनस्पति विज्ञान विभाग के पास बेहोश होकर गिर पड़ी। वहां से उसे एंबुलेंस से सर सुंदरलाल चिकित्सालय के आपात चिकित्सा कक्ष में ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।

    पुलिस की सूचना पर स्वजन आ गए हैं और शव को मोर्चरी हाउस में रखवाया गया। धरने पर बैठी आक्रोशित छात्राएं अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी कर रहीं थीं।

    हालांकि, जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि छात्रा की तबीयत खराब होने पर उसे करीब 10 मिनट में अस्पताल ले जाया गया। प्राथमिक जांच में कार्डियक अरेस्ट आया था, अस्पताल में उसे सीपीआर भी किया गया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।

    छात्राओं का आरोप है कि उसकी साथी का इलाज सही समय पर नहीं हुआ, जब उसकी तबीयत खराब हुई तो मौके पर एंबुलेंस के पहुंचने में आधे घंटे का वक्त लगा जबकि वहां मौजूद प्रोफेसर अपने गाड़ी से उसे अस्पताल नहीं ले गए। मामले की जांच कराई जानी चाहिए। मौके पर पुलिस और प्राक्टोरियल बोर्ड की टीम मौजूद है। लड़कियों ने सेम-सेम का नारा लगाया।