गरीब छात्रों के लिए बीएचयू ने शुरू की अर्न टू लर्न योजना
जागरण संवाददाता वाराणसी गरीब छात्रों के लिए काशी हिदू विश्वविद्यालय ने अर्न टू लर्न योजना की शुरुआत की है। इसके तहत छात्रों को उनकी मेरिट के आधार पर उनके कौशल को देखते हुए 45 दिन का काम दिया जाएगा। बदले में छात्र को 4500 रुपये भी विश्वविद्यालय द्वारा प्रोत्साहन स्वरूप प्रदान किया जाएगा।

जागरण संवाददाता, वाराणसी : गरीब छात्रों के लिए काशी हिदू विश्वविद्यालय ने अर्न टू लर्न योजना की शुरुआत की है। इसके तहत छात्रों को उनकी मेरिट के आधार पर उनके कौशल को देखते हुए 45 दिन का काम दिया जाएगा। बदले में छात्र को 4500 रुपये भी विश्वविद्यालय द्वारा प्रोत्साहन स्वरूप प्रदान किया जाएगा। इस धनराशि से छात्र अपनी आवश्यक पुस्तकें खरीद सकेंगे या जरूरी काम निपटा सकेंगे। विश्वविद्यालय एक सत्र में ऐसे ही 45 दिन का काम देकर 500 स्नातक तथा परास्नातक कक्षाओं के छात्रों को लाभान्वित करेगा।
योजना का उद्देश्य छात्रों की मदद करने के साथ ही उनका कौशल विकास करना तथा श्रम के महत्व का बोध कराना भी है। इस योजना का लाभ पात्र छात्रों को दिलाने के लिए पूरे परिसर में जगह-जगह पोस्टर भी लगाए हैं, ताकि छात्र योजना के बारे में जानकारी प्राप्त कर इस योजना से लाभान्वित हो सकें। इसके लिए एक निर्धारित स्वरूप में आवेदन पत्र भी विश्वविद्यालय ने मुद्रित कराया है, जो महज पांच रुपये में प्रत्येक छात्र को उसके संकाय कार्यालय से प्राप्त हो जाएगा। इसके लिए एक वरिष्ठ आचार्य को प्रत्येक संकाय में जिम्मेदारी सौंपी गई है जो प्राप्त आवेदनों का मूल्यांकन करते हुए साक्षात्कार के आधार पर छात्रों की आवश्यकता को देखते हुए उनकी पात्रता का निर्धारण करेंगे। वहां से छात्रों की सूची छात्र अधिष्ठाता कार्यालय पहुंचेगी। इसके लिए नामित एक समिति की देख-रेख में विभिन्न संस्थानों, संकायों व विभागों में मांग के आधार पर छात्रों को बहुद्देशीय कार्यकर्ता के तौर पर काम उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि उनका कौशल विकास हो सके।
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