व्यायाम करते समय बीएचयू के शोध छात्रा की हो गई मौत, विश्वविद्यालय परिसर में वर्किंग वुमेन हॉस्टल में रहती थी
आयुर्वेद की एक शोध छात्रा अनुभा उपाध्याय की व्यायाम के दौरान मंगलवार की सुबह मौत हो गई। इस घटना के बाद परिसर में दुख का माहौल है। अनुभा संकाय के क्रिया-शरीर विभाग डा. संगीता गहलौत की शोध छात्रा के तौर पर विश्वविद्यालय में पंजीकृत थी।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : पहले जिम, फिर डांस और अब योग करते समय मौत। इस तरह की घटनाओं में एक कड़ी और तब जुड़ गई जब बीएचयू के कामकाजी महिला छात्रावास में योगाभ्यास करते समय 24 वर्षीय एक शोध छात्रा की मौत हो गई। उसके साथ योग कर रही अन्य सहपाठी सकते में आ गईं। घटना मंगलवार की सुबह लगभग सवा सात बजे की है। मृत छात्रा अनुभा उपाध्याय कुशीनगर जनपद के पकड़ियार डंडोपुर गांव निवासी दीनबंधु उपाध्याय व राजश्री उपाध्याय की पुत्री थी।
अनुभा काशी हिंदू विश्वविद्यालय के चिकित्सा विज्ञान संस्थान के आयुर्वेद संकाय के क्रिया शरीर विभाग में शोध छात्रा थी। उसने विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में डिप्लोमा भी किया था। उसने दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से बीए-एमए किया था। शोध के लिए इसी वर्ष एक मई को उसका सितंबर 2021 के बैच में विश्वविद्यालय में पंजीकरण हुआ था।
पैर की अंगुलियों के बल पर खड़ी हो वह शरीर को ऊपर की ओर खींचने का प्रयास कर रही थी
अनुभा मंगलवार की सुबह छात्रावास के कामन हाल में अपनी चार-पांच सहेलियों के साथ योगाभ्यास कर रही थी। पैर की अंगुलियों के बल पर खड़ी हो वह शरीर को ऊपर की ओर खींचने का प्रयास कर रही थी कि तभी अचानक गिरी और उसकी नाक से खून आने लगा। वह बेहोश हो गई। उसकी सहेलियों ने तत्काल प्राक्टर कार्यालय को फोन कर सूचना दिया तथा एंबुलेंस को काल किया। सूचना पाते ही विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी पहुंच गए। एंबुलेंस से उसे अस्पताल ले जाया गया, वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सूचना पाकर पहुंचे स्वजनों ने मृत छात्रा का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया और मृत्यु प्रमाणपत्र लेकर शव को घर लेकर चले गए। घटना की सूचना पर लंका और चितईपुर थानों के प्रभारी निरीक्षकों ने पहुंचकर मामले की पूरी जानकारी ली।
टाकायासू आर्टराइटिस नामक दुर्लभ एवं गंभीर बीमारी से ग्रस्त थी अनुभा
आयुर्वेद संकाय के अधिष्ठाता प्रो. केएन द्विवेदी ने बताया कि मृत छात्रा के पिता ने बताया कि अनुभा टाकायासू आर्टरिटिस नामक दुर्लभ और गंभीर बीमारी से ग्रस्त थी। इस बीमारी में हृदय को रक्त पहुंचाने वाले धमनियों में सूजन हो जाती है। इससे धमनियां कमजोर हो जाती हैं। इससे हाथ या सीने में दर्द, उच्च रक्तचाप, हृदय की विफलता या स्ट्रोक हो सकता है।