प्लेसमेंट न होने के कारण डिप्रेशन में बीएचयू एमटेक के छात्र ने फांसी लगाकर दी जान, हाथरस से पहुंचे परिजन
आइआइटी स्थित विश्वश्वरैया हॉस्टल में एमटेक चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र भगवान सिंह निवासी हाथरस ने कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। छात्र भगवान सिंह के पित ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, वाराणसी। आइआइटी स्थित विश्वश्वरैया हॉस्टल में एमटेक चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र भगवान सिंह निवासी हाथरस ने कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। छात्र भगवान सिंह के पिता कृष्ण कुमार सिंह किसान हैं। मौके पर मौजूद छात्रों ने पुलिस को बताया की मैकेनिकल इंजीनियरिंग में पढ़ाई करता था। पिछले काफी समय से प्लेसमेंट को लेकर डिप्रेशन में रहता था।
शनिवार की सुबह से ही कमरे से बाहर नहीं निकला था। आत्महत्या की सूचना पर पहुंची पुलिस और आइआइटी के अधिकारी मौके पर लोगों से बातचीत और जांच कर के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए। इंस्पेक्टर लंका वेद प्रकाश राय ने बताया कि शव पंखे के सहारे रस्सी में लटक रहा था जिसे फील्ड यूनिट टीम को बुलाकर जांच के बाद नीचे उतारा गया। शव देखकर प्रतीत हो रहा है कि शनिवार की सुबह में ही फांसी लगाया है। पुलिस ने पिता को सूचना दे दिया है। परिवार के लोग सूचना पर वाराणसी के लिए रवाना हो गए हैं।
पोस्टमार्टम हाउस के बाहर मृतक के छोटे भाई जो कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार डीआरडीओ में वैज्ञानिक है रोते हुए बेसुध होकर इधर से उधर केवल टहलते रहे। परिजन कुछ भी नहीं बोल पा रहे हैं।
घर में सभी हैं पढ़े लिखे
हसायन कोतवाली क्षेत्र के गांव पिछौती निवासी पूर्व अध्यापक सुरेंद्र सिंह सेंगर का पुत्र कृष्ण कुमार पैसे से सक्षम किसान हैं। इनके चार पुत्र हैं ।एक पुत्र बड़ा पुत्र शिक्षा विभाग में अध्यापक है। दूसरा पुत्र भगवान सिंह आई आईटी बीएचयू में एमटेक चतुर्थ सेमेस्टर का छात्र था। जो हाथरस जनपद में मेधावी छात्रों में गिना जाता था ।जिसने इंटरमीडिएट की परीक्षा में जनपद में द्वितीय स्थान प्राप्त किया था। सभी भाई बड़े मेधावी छात्र रहे हैं। इससे छोटा तारकेश अब्दुल कलाम संस्थान में वैज्ञानिक बन चुका है। छोटा भाई शिक्षारत है।
उक्त सूचना जब पिता को मिली तो वह सुबह ही अपने बड़े पुत्र के साथ वाराणसी रवाना हो गए हैं। और घटनास्थल पर पहुंच गए हैं ।उनसे संपर्क करने की कोशिश की गई तो बड़े दुखी मन से बोले के वही बेटा है। जिसने इंटर जिला टॉप किया था। अब इससे ज्यादा मैं कुछ बताने में असमर्थ हूं फिलहाल कोई विस्तृत जानकारी देने से उन्होंने मना कर दिया। जबकि गांव में जानकारी की गई तो अभी लोगों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। जब जागरण संवाददाता गांव पहुंचे तब लोगों को आभास हुआ कि कोई घटना हो चुकी है। मगर आत्महत्या जैसी जानकारी से गांव के सभी लोग अभी भी अनभिज्ञ हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।