BHU का दंत चिकित्सा विज्ञान संकाय देश का चौथा सबसे बेहतर डेंटल कालेज, वार्षिक सर्वेक्षण 2021
आइएमएस-बीएचयू के दंत चिकित्सा विज्ञान संकाय को देश के पांच सर्वश्रेष्ठ डेंटल कालेज में शामिल किया गया है। एक समूह द्वारा किए गए वार्षिक सर्वेक्षण में ...और पढ़ें

वाराणसी, जागरण संवाददाता। आइएमएस-बीएचयू के दंत चिकित्सा विज्ञान संकाय को देश के पांच सर्वश्रेष्ठ डेंटल कालेज में शामिल किया गया है। एक समूह द्वारा किए गए वार्षिक सर्वेक्षण में डेंटल कालेज को देश में चौथी रैंकिंग मिली है। इसके अलावा आइएमस-बीएचयू को दुनिया को सौ सर्वश्रेष्ठ मेडिकल कालेजों में भी शामिल किया गया है। वहीं, जान्स हापकिंस यूनिवर्सिटी स्कूल आफ मेडिसीन 2021 की ओर से जारी रिपोर्ट में दुनिया के सौ सर्वोत्तम मेडिकल स्कूल का उल्लेख किया गया है, जिसमें आइएमएस-बीएचयू को 72वीं रैंकिंग मिली है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को ट्विट कर इसकी जानकारी दी।
दंत चिकित्सा विज्ञान संकाय के प्रमुख प्रो. विनय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि यह संस्थान और विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि बीएचयू का दंत चिकित्सा विज्ञान संकाय स्वास्थ्य सेवाओं एवं मेडिकल शिक्षा का एक बड़ा केंद्र है। इसकी सुविधाएं पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ राज्य तक के लोगाें को मिलती हैं।
बीएचयू के डेंटल फैकल्टी में कोरोना से पहले रोजाना करीब 350-400 रोगियों की जांच और इलाज होते थे। ओपीडी बंद होने की स्थिति में रोगियों की सुविधा के लिये घर से डेंटल ओपीडी की शुरूआत की गई। मोबाइल नंबर 9450436318 पर सप्ताह के तीन दिन सोमवार, बुधवार एवं शुक्रवार को रोगी टेली कम्युनिकेशन के द्वारा परामर्श प्राप्त करते थे। इसके साथ ही अब यहां पर रोज दौ सौ लोगों को वैक्सीन भी लगाया जा रहा है।
1962 में शुरू हुई दंत चिकित्सा
बीएचयू में दंत चिकित्सा की शुरूआत वर्ष 1962 में शल्य चिकित्सा विभाग की इकाई के तौर पर हुई थी। इसके उपरान्त 1971 में दंत चिकित्सा विभाग की स्थापना की गई। 1979 से आपरेटिव डेंटिस्ट्री विधा में एमडीएस कोर्स प्रारंभ हुआ। 1983 में डेंटल मैकेनिक एवं डेंटल हाइजीनिस्ट कोर्स की शुरूआत, वहीं 2005 में दंत विभाग को संकाय के रूप में स्थापित कर दिया गया। जबकि 2008 में यहां पर बीडीएस कोर्स की शुरुआत की गई और 2012 में इसके नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया गया। वर्तमान में यहां पर बीडीएस के साथ-साथ एमडीएस की सभी नौ विधाओं में शिक्षा प्रदान की जाती है। इस साल इस कोर्स में 24 सीटों पर प्रवेश लिया जाएगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।