वाराणसी के विद्यालयों में मना बैगलेस दिवस, कौशल विकास और हस्तशिल्प कला के प्रति किया प्रोत्साहित
वाराणसी के विद्यालयों में बैगलेस दिवस मनाया गया, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों को कौशल विकास और हस्तशिल्प कला के प्रति प्रोत्साहित करना है। एससीईआरटी के आनंदम मॉड्यूल के तहत, बच्चों ने स्थानीय व्यवसाय विशेषज्ञों से मिलकर उनके कार्यों को समझा और रचनात्मक गतिविधियों में भाग लिया। इस पहल से विद्यार्थियों को रोजगार के अवसर तलाशने में मदद मिलेगी।

शनिवार को क्षेत्र के परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों व कंपोजिट विद्यालयों में बैगलेस दिवस मनाया गया।
जागरण संवाददाता (काशी विद्यापीठ ब्लाक) वाराणसी। विद्यार्थियों में कौशल निर्माण, श्रम की गरिमा व भारतीय हस्तशिल्प कला को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य को लेकर शासन के निर्देश पर शनिवार को क्षेत्र के परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों व कंपोजिट विद्यालयों में बैगलेस दिवस मनाया गया। जिसमें कक्षा छह से आठ तक के विद्यार्थी शामिल थे।
ब्लाक प्रोफेशनल लर्निंग कमेटी के सदस्य अमिताभ मिश्र ने बताया कि कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए एससीईआरटी द्वारा आनंदम माड्यूल की रचना की गई है जिसमें संपूर्ण कार्यक्रम का विवरण है।
नवंबर से फरवरी के बीच में पड़ने वाले 10 शनिवार को आयोजित इस कार्यक्रम में बच्चों को एक्सपोजर विजिट, क्विज और खेल की विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से सीखने- सिखाने की योजना पर कार्य किया जाएगा। इस दौरान विद्यार्थी बैग लेकर विद्यालय नहीं आते।
विद्यार्थियों को स्थानीय व्यवसाय विशेषज्ञों जैसे बढ़ई,माली, मोटर मैकेनिक, मिट्टी का काम करने वाले कुम्हार, शिल्प कला विशेषज्ञ आदि से मिलकर उनके कार्यों की बारिकियों को समझने तथा रुचि के अनुसार स्वयं को रोजगार के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी।
कंपोजिट विद्यालय महेशपुर, केसरीपुर मड़ांव, केराकतपुर, घाटमपुर, ककरहिया नरऊर, जफराबाद, कोटवां आदि विद्यालयों में बैगलेस दिवस मनाया गया। इस दौरान स्कूली बच्चों संग क्रिएटिव वर्क भी किए गए।

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