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समूची काशी बम बोल व हर हर महादेव के उद्घोष से गूंज उठी सावन की पहली भोर Varanasi news

पहले दिन बुधवार की भोर भक्तों ने शिव बाबा से जोड़ी डोर और समूची काशी बम बोल व हर हर महादेव के उद्घोष से गूंज उठी।

By Edited By: Published: Thu, 18 Jul 2019 02:06 AM (IST)Updated: Thu, 18 Jul 2019 09:57 AM (IST)
समूची काशी बम बोल व हर हर महादेव के उद्घोष से गूंज उठी सावन की पहली भोर Varanasi news

वाराणसी, जेएनएन। सावन कहीं और हरा-भरा होता होगा लेकिन काशी में यह भावों से भरा रहा और इसकी रंगत केशरिया दिखी। पहले दिन बुधवार की भोर भक्तों ने शिव बाबा से जोड़ी डोर और समूची काशी बम बोल व हर हर महादेव के उद्घोष से गूंज उठी। गली- मोहल्ले के शिवालय हों या श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार मानो श्रद्धा ज्योति की पुकार हर एक को अपनी ओर खींचे जा रही थी। इस तरह भोले शंकर से डोर जोड़े श्रद्धालुओं ने अपने बाबा का जल-दूध से अभिषेक किया। उन्हें भांग-धतूरा, बेल पत्र-मदार अर्पित किया और मनोकामनाओं का पिटारा उनके चरणों में रख दिया।

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श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में तो कुछ इस तरह रेला उमड़ा की बैरिकेडिंग में कतार दो किलोमीटर के पार जा पहुंची। भोर में चंद्र ग्रहण खत्म होने के साथ गंगा में डुबकी लगा कर पहुंचे श्रद्धालुओं से इसका दायरा बड़ा होता गया। इससे एक का सिरा गोदौलिया होते दशाश्वमेध तो दूसरी कतार नीचीबाग के पार गया। हालांकि इस बार नई व्यवस्था के चलते गर्भगृह में जाने का सौभाग्य तो नहीं मिला लेकिन द्वार पर लगाए गए अरघे में ही जल-दूध, पुष्प- पत्र समर्पित कर मत्था टेक लिया। लंबी कतार के कारण लंबा इंतजार लेकिन धैर्य क्या जो जवाब दे जाए। तपिश-उमस के बाद भी बैरिकेडिंग में खड़े-बैठे बारी का इंतजार किया। कभी बाबा में ध्यान लगाया तो हर हर महादेव उद्घोष से भावना का इजहार भी किया। इसमें कांवरियों ने अपने भावों से शिव भक्ति का रंग घोला।

सुरक्षाकर्मियों को करनी पड़ी मशक्कत, होती रही भिड़ंत सावन के पहले ही दिन उमड़े श्रद्धालुओं के रेले के कारण पुलिस-प्रशासन को व्यवस्था संभालने में मशक्कत करनी पड़ी। इसे लेकर कई बार, कई स्थानों पर श्रद्धालुओं से भिड़ंत हुई। गलियों से दो पहिया वाहनों का आवागमन रोके जाने पर भी नोकझोंक होती रही। प्रशासन की ओर से मृदुभाषिता और नरम व्यवहार के लिए बार-बार समझाने के बाद भी होता रहा। तपिश-उमस बनी चुनौती भोर के बाद लगातार विस्तार पाती कतार और तपिश-उमस ने श्रद्धालुओं के लिए चुनौती खड़ी करने में कोर कसर न रखी। मंदिर परिसर में भले शेड व पंखे की व्यवस्था रही हो लेकिन बाहर श्रद्धालु इससे जूझते रहे। हालांकि बैरिकेडिंग में पानी की व्यवस्था ने राहत दी।

सुगम दर्शन टिकटधारियों को भी मिली सामान्य कतार सुगम दर्शन के लिए 500 रुपये का टिकट लेने के बाद भी सुरक्षाकर्मियों ने तमाम लोगों को सामान्य कतार में लगा दिया। इसे लेकर भी सुरक्षाकर्मियों व श्रद्धालुओं में तकरार होती रही। हालांकि प्रशासन की ओर से गोदौलिया से आने वाली कतार को गेट नंबर एक से परिसर में प्रवेश कर गर्भगृह के दक्षिणी व पूर्वी द्वार से दर्शन और मैदागिन रोड से आने वाली कतार को गेट नंबर चार से परिसर प्रवेश कराते हुए गर्भगृह के पश्चिमी द्वार से दर्शन की व्यवस्था की गई थी। वहीं सुगम दर्शन टिकटधारियों को गेट नंबर चार से परिसर प्रवेश कर गर्भगृह के उत्तरी द्वार से दर्शन की व्यवस्था की गई थी।


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