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    मां अन्नपूर्णा की जयंती पर श्री काशी विश्वनाथ धाम में पूजन, समृद्धि, पोषण और जनकल्याण की कामना

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Thu, 04 Dec 2025 04:20 PM (IST)

    वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथ धाम में मां अन्नपूर्णा की जयंती पर विशेष पूजन का आयोजन किया गया। कुमकुम, हल्दी और वैदिक मंत्रों के साथ श्री यंत्र की पूज ...और पढ़ें

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     मंदिर परिसर को विशेष रूप से सजाया गया और प्रसाद का वितरण किया गया।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ धाम में मां अन्नपूर्णा की जयंती के अवसर पर भक्तिभाव से परिपूर्ण श्री यंत्र की पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया। इस विशेष पूजा का आयोजन कुमकुम, हल्दी और शास्त्र नामों के उच्चारण के साथ विधिवत् रूप से किया गया।

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    पूजा के दौरान मंदिर के शास्त्रियों ने वैदिक मंत्रोच्चार के माध्यम से माता अन्नपूर्णा से समृद्धि, पोषण और जनकल्याण की कामना की। पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार दीप प्रज्वलन, पुष्पांजलि और नैवेद्य अर्पण कर मां अन्नपूर्णा की पूजा संपन्न की गई।

    इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने आध्यात्मिक वातावरण में मां अन्नपूर्णा के दिव्य स्वरूप का दर्शन किया और श्री यंत्र की पूजा के माध्यम से धाम में शांति, सौभाग्य और सकारात्मकता की कामना की।

    मां अन्नपूर्णा, जिन्हें अन्न और पोषण की देवी माना जाता है, उनके प्रति श्रद्धा और भक्ति का यह आयोजन भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर था। इस पूजा में शामिल श्रद्धालुओं ने एकजुट होकर मां से आशीर्वाद प्राप्त करने का प्रयास किया। पूजा के अंत में सभी ने एक-दूसरे के साथ प्रसाद का वितरण किया, जिससे सामूहिकता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा मिला।

    इस अवसर पर मंदिर परिसर में विशेष सजावट की गई थी, जिससे वातावरण में एक दिव्य और आध्यात्मिक अनुभूति का संचार हुआ। श्रद्धालुओं ने मां अन्नपूर्णा से प्रार्थना की कि वे सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का संचार करें।

    इस पूजा के आयोजन ने न केवल धार्मिक आस्था को प्रगाढ़ किया, बल्कि समाज में एकता और सहयोग की भावना को भी मजबूत किया। मां अन्नपूर्णा की जयंती पर आयोजित इस भव्य पूजा ने सभी को एक नई ऊर्जा और प्रेरणा दी। बताते चलें क‍ि मां की यह मूर्त‍ि तस्‍करों द्वारा काशी से ले जाए जाने के बाद दोबारा बाबा धाम में स्‍थाप‍ित की गई है।