किसी पार्टी तक सीमित नहीं थे अमर सिंह के रिश्ते, आजमगढ़ से था खास लगाव
आजमगढ़ के लिए अमर सिंह ने जो कुछ भी किया उसे भुलाया नहीं जा सकता। अमर सिंह ने आजमगढ़ की पहचान विदेशों में भी कायम की थी।
आजमगढ़, जेएनएन। कहा जाता है कि कुछ लोग रहें ना रहें लेकिन उनका काम नाम को अमर कर देता है। ऐसे ही लोगों में रहे अमर सिंह। आज भले ही वह हमारे बीच नहीं हैं लेकिन आजमगढ़ के लिए उन्होंने जो कुछ भी किया उसे भुलाया नहीं जा सकता। अमर सिंह ने आजमगढ़ की पहचान विदेशों में भी कायम की थी। सपा से जुडऩे के बाद तमाम उतार-चढ़ाव आए लेकिन उन्होंने मुलायम सिंह को हमेशा बड़े भाई की संज्ञा दी। बात जब अखिलेश की आई तो उन्हें भतीजा बताया।
नेताजी मुलायम सिंह के परिवार से जुड़े अमर सिंह ने पार्टी छोडऩे के बाद भी नेताजी का विरोध नहीं किया। भले ही उनके संबंध किसी और संगठन से हो गए हों। उन्हें राजनीति का चाणक्य भी कहा जाने लगा था जब कांग्रेस की सरकार बचाने के लिए आगे आए थे। उनके राजनीतिक नजरिए की भी लोग दाद देने लगे जब उन्होंने कहा कि अगला लोकसभा चुनाव पीएम मोदी और राहुल गांधी के बीच होगा। राज्यसभा सांसद अमर सिंह के निधन से राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर है। जिसने भी उनके निधन की खबर सुनी वह स्तब्ध रह गया। खास बात यह कि करीब डेढ़ साल पहले अमर सिंह अपनी पैतृक संपत्ति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नाम करने के लिए आजमगढ़ पहुंचे थे।
वर्ष 2011 में किया लोकमंच का गठन
अमर सिंह ने 2011 में अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी राष्ट्रीय लोक मंच की शुरुआत की और 2012 के विधानसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश की 403 सीटों में से 360 पर अपने उम्मीदवार खड़े किए। हालांकि उनकी पार्टी ने इन चुनावों में एक भी सीट नहीं जीती। वे मार्च 2014 में राष्ट्रीय लोकदल में शामिल हुए, उस वर्ष फतेहपुर सीकरी उत्तर प्रदेश से आम चुनाव लड़े और हार गए। अमर सिंह ने फिल्म हमारा दिल आपके पास है में एक छोटी सी भूमिका निभाई थी और निर्देशक शैलेंद्र पांडेय की फिल्म जेडी में एक राजनेता की भूमिका निभाई थी। कला संस्कृति, खेल, शिक्षा और दलितों के उत्थान, संगीत सुनने, फिल्में देखने और किताबें पढऩे में उनकी विशेष रुचि थी।
कई संस्थाओं के रहे सदस्य
इंडिया इंटरनेशनल सेंटर नई दिल्ली, एनओआइडीए गोल्फ क्लब, नई दिल्ली डीडीए स्पोट्स कॉम्प्लेक्स और आर्मी गोल्फ कोर्स के सदस्य रहे। इंडियन एयरलाइंस, भारतीय स्टेट बैंक और राष्ट्रीय कपड़ा निगम के निदेशक और उससे पहले कांग्रेस से जुड़े थे। जिला कांग्रेस कमेटी कोलकाता के सचिव बने। एआइसीसी और संयुक्त मोर्चा संचालन समिति के सदस्य थे। केंद्रीय विद्यालय संगठन के बोर्ड ऑफ गवर्नर, टेलीफोन सलाहकार समिति दूरसंचार जिला गाजियाबाद, टेलीफोन सलाहकार समिति, दूरसंचार जिला वाराणसी और हिंदी सलाहकार रक्षा उत्पादन और आपूर्ति और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन विभाग की समिति के सदस्य भी रहे। अखिल भारतीय महासचिव, समाजवादी पार्टी में राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे।
अमर सिंह ने आजमगढ़ की पहचान विदेशों में भी कायम की थी : भाजपा
पूर्वांचल विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह ने शोक जताते हुए कहा कि भारतीय राजनीति में अपनी चमक और धमक से देश-विदेश के शिखर तक के लोगों में अपनी जबरदस्त पहचान बनाने वाले आजमगढ़ की माटी के लाल राज्यसभा सांसद अमर सिंह स्वर्गलोकवासी हो गए। उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि। उनके निधन से हम सभी बहुत दुखी हैं। उन्होंने आजमगढ़ की पहचान विदेशों में भी कायम की थी। भाजपा जिलाध्यक्ष लालगंज ऋषिकांत राय ने भी अपने उबारपुर स्थित आवास पर शोकसभा आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कहा कि अमर सिंह को अपने गृह जनपद से सदैव विशेष लगाव रहा। उनका जाना जिले के लिए एक अपूरणीय क्षति है।