Kendriya Vidyalaya bhu Protest : केंद्रीय विद्यालय बीएचयू के छात्र मयंक की मौत के बाद छात्र आंदोलित, पोस्टर संग धरना देकर कार्रवाई की मांग
Protest in BHU बीएचयू केंद्रीय विद्यालय में छात्र मयंक यादव की मौत के बाद छात्र मंगलवार की सुबह से ही आंदोलित हैं। वह पोस्टर और बैनर के साथ विद्यालय ...और पढ़ें

वाराणसी, जागरण संवाददाता। Kendriya Vidyalaya bhu Student Protest केंद्रीय विद्यालय बीएचयू के छात्र मयंक यादव द्वारा आत्महत्या करने के मामले में मंगलवार की सुबह छात्र आंदोलित हो गए। अपने साथी की मौत के मामले में केंद्रीय विद्यालय के छात्र न्याय की मांग करते हुए विद्यालय के गेट पर सुबह सात बजे बैठकर धरना देने लगे। छात्रों की मांग है कि मयंक ने जिनकी प्रताड़ना भी वजह से आत्महत्या जैसा घातक कदम उठाया उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। छात्रों के साथ पोस्टर और बैनर भी मौजूद रहा जिसमें "वी वांट जस्टिस" का स्लोगन भी लिखा हुआ है।
दरअसल सीरगोवर्धनपुर के रहने वाले 15 वर्षीय किशोर मयंक ने रविवार की रात अपने घर पर कमरे से सटी सीढ़ी पर फंदे पर लटककर जान दे दी। इसके बाद सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके पर जांच के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। चौकी प्रभारी धीरेंद्र सिंह के अनुसार सुसाइड नोट मौके से मिला था जिसमें किशोर ने मौत का जिम्मेदार खुद को बताया था। जबकि परिवार के लोगों का आरोप था कि केंद्रीय विद्यालय में क्लास में मोबाइल ले जाने के कारण उसे एक हफ्ते के लिए सस्पेंड करने के बाद पिता माफी मांगने पहुंचे तो उनको बेहज्जत किया गया।
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सीरगोवर्धनपुर थाना लंका के रहने वाले संतोष यादव बीएचयू के ही कर्मचारी हैं। उनका बेटा मयंक यादव केंद्रीय विद्यालय बीएचयू में कक्षा 9 का छात्र था। मयंक की बहन तनीषा भी केंद्रीय विद्यालय में कक्षा 10 की छात्रा है। मौत के बाद ट्रामा सेंटर स्थित मर्चरी हाउस पहुंचे परिवारीजनों ने विद्यालय प्रशासन को कठघरे में खड़ा किया था कि बच्चे और परिजनों को जिस हद तक बेइज्जत किया गया उतना बच्चे का अपराध नहीं था। इससे आहत होकर मयंक ने यह जानलेवा कदम उठाया है। इसकी पूरी जिम्मेदारी विद्यालय की है।
छात्र की मौत के बाद पिता और बहन तनीषा यादव ने भी जागरण को बताया कि दस दिन पूर्व गलती से क्लास में वह मोबाइल लेकर चला गया था। इसकी जानकारी होने के बाद अध्यापक और वाइस प्रिंसिपल ने काफी बेइज्जत किया था। इसकी वजह से एक सप्ताह के लिए कक्षा से सस्पेंड कर दिया और विद्यालय में जाकर माफी मांगने के बाद भी बेइज्जत किया गया। इसके बाद से ही पिता की बेइज्जती से मयंक क्षुब्ध चल रहाा था। इस घटना की जानकारी के बाद अन्य अभिभावक भी दुखी हो गए और अब मंगलवार की सुबह परिसर में छात्रों का धरना प्रदर्शन शुरू होने के बाद गहमागहमी बढ़ गई।

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