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    वाराणसी में मौसम के हिसाब से मंडी में अदरक की खपत बढ़ी, बेंगलुरु के अदरक की सर्वाध‍िक मांग 

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Sat, 13 Dec 2025 02:54 PM (IST)

    वाराणसी मंडी में मौसम बदलने के साथ ही अदरक की खपत बढ़ गई है। बाजार में अदरक की आवक भी तेज हो गई है। व्यापारियों का कहना है कि ठंड बढ़ने से अदरक की मां ...और पढ़ें

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    आने वाले द‍िनों में अदरक के दामों में भी उछाल देखने को मिल सकता है।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। जैसे-जैसे दिन बीत रहे हैं, मौसम में ठंडक बढ़ती जा रही है, जिससे अदरक की मांग में भी तेजी आई है। इस बढ़ती मांग को देखते हुए मंडी में व्यापारियों ने आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं। अदरक के ऑर्डर के अनुसार, औरंगाबाद और बेंगलुरु की अदरक मंडी में बड़े पैमाने पर पहुंचने लगी है। विशेष रूप से बेंगलुरु की अदरक की मांग अधिक देखी जा रही है।

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    मंडी में अदरक के थोक विक्रेताओं हाजी इमरान, सूरज मौर्य, मदन कुमार और मोहम्मद सुइन ने बताया कि वर्तमान में औरंगाबाद और बेंगलुरु की अदरक मंडी में उपलब्ध है। जहां औरंगाबाद की अदरक 45 रुपए प्रति किलो की दर पर बिक रही है, वहीं बेंगलुरु की अदरक की कीमत 52 रुपए प्रति किलो है। फुटकर बाजार में अदरक की कीमत 70 से 80 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है।

    मौसम के ठंडा होने के साथ ही अदरक की खपत में और वृद्धि होने की संभावना है। वर्तमान में मंडी में अदरक की शुरुआती खपत चार से पांच ट्रक की हो रही है। जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी, अदरक की मांग में भी इजाफा होगा, जिससे व्यापारियों को और अधिक सप्लाई की आवश्यकता महसूस होगी।

    अदरक का उपयोग भारतीय रसोई में एक महत्वपूर्ण सामग्री के रूप में किया जाता है, विशेषकर सर्दियों में। यह न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी माना जाता है। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो सर्दियों में होने वाली कई बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं।

     व्यापारियों का मानना है कि यदि मौसम इसी तरह ठंडा बना रहा, तो अदरक की खपत में और भी तेजी आएगी। अदरक की मंडी में गतिविधियां तेज हो गई हैं और व्यापारी इस अवसर का लाभ उठाने के लिए तैयार हैं। अदरक की बढ़ती मांग ने न केवल व्यापारियों को उत्साहित किया है, बल्कि उपभोक्ताओं के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण खाद्य सामग्री बन गई है।