भदोही पूजा पंडाल अग्निकांड में झुलसे लोगों के उपचार में लगी पांच विभागों की टीम, एक बच्चा वेंटिलेटर से उतरा
भदोही पूजा पंडाल अग्निकांड में झुलसे लोगों का उपचार अभी भी जारी है। उनके उपचार में पांच विभागों की टीम लगाई गई है। राहत की बात यह है कि चिकित्सा विज्ञान संस्थान बीएचयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती एक वर्षीय बच्चा वेंटिलेटर से उतर गया है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। भदोही पूजा पंडाल अग्निकांड में झुलसे लोगों का उपचार अभी भी जारी है। उनके उपचार में पांच विभागों की टीम लगाई गई है। राहत की बात यह है कि चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती एक वर्षीय बच्चा वेंटिलेटर से उतर गया है। हालांकि कुछ मरीजों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। कुछ मरीजों को आगे चलकर डायलिसिस की भी जरूरत पड़ सकती है। मंगलवार को कई जन प्रतिनिधियों व अधिकारियों ने मरीजों का हाल जाना व हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
अग्निकांड में 68 लोग झुलसे हैं। इनमें 43 वाराणसी के विभिन्न अस्पतालों में लाए गए हैं। बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. केके गुप्ता ने बताया कि शताब्दी सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक में रविवार की रात दो बजे तक 28 मरीज आए थे। इसमें से 15 मरीजों को कबीरचौरा स्थित मंडलीय व पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय अस्पताल में रात को ही शिफ्ट कर दिया गया था। सोमवार सुबह साढ़े छह बजे एक महिला की मौत हो गई थी। वहीं शाम को दो और मरीज यहां आ गए। उप चिकित्सा अधीक्षक प्रो. अंकुर सिंह के अनुसार यहां पर अभी 14 मरीजों का उपचार चल रहा है।
बीएचयू के ट्रामा सेंटर के उप चिकित्सा अधीक्षक प्रो. यशपाल सिंह ने बताया कि यहां रविवार रात करीब ढाई बजे तक 15 मरीज आए थे। इसमें से पांच मरीजों को पांडेयपुर स्थित जिला अस्पताल भेज दिया गया। हालांकि स्थिति खराब होने पर मंडलीय व जिला अस्पताल से सोमवार को यहां छह मरीज पुन: ट्रामा सेंटर रेफर कर दिए गए थे। वहीं एक मरीज प्राइवेट अस्पताल से आया। सोमवार की शाम को एक और मरीज आने के बाद यहां 18 मरीज हो गए हैं।
मंगलवार को भदोही के डीएम गौरांग राठी ने दौरा किया। उन्होंने बताया कि नेत्र रोग विभाग, बाल रोग विभाग, प्लास्टिक सर्जरी, एनेस्थीसिया व नेफ्रोलाजी की टीम उपचार कर रही है। यहां पर एक से छह साल के बीच के पांच बच्चे भी भर्ती हैं। एक साल का एक बच्चे वेंटिलेटर पर था, जिसे मंगलवर को हटा लिया गया। एक को अभी आक्सीजन दिया जा रहा है। यहां पर भर्ती कुछ मरीजों से तीन की हालत अधिक गंभीर बताई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि कुछ मरीजों में यूरीन की कमी हो रही है। ऐसे में उन्हें डायलिसिस की भी जरूरत पड़ सकती है। उधर, पांडेयपुर अस्पताल व कबीरचौरा अस्पताल में भी मरीजों का उपचार चल रहा है।