वाराणसी के दीनदयाल अस्पताल में मरीज से दुष्कर्म, जांच में पुष्टि होते ही वार्ड ब्वाय फरार
दुष्कर्म की शिकायत मिलने पर अस्पताल प्रशासन ने चार सदस्यीय उच्चस्तरीय टीम गठित कर जांच कराई तो इसकी पुष्टि हो गई। वार्ड ब्वाय पखवारे भर से फरार है। अस्पताल प्रशासन ने जांच रिपोर्ट विभागीय कार्रवाई की संस्तुति के साथ अग्रसारित कर दी है।

अस्पताल प्रशासन ने जांच रिपोर्ट विभागीय कार्रवाई की संस्तुति के साथ अग्रसारित कर दी है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। शहर शोहदों और अपराधियों की मानो जद में आता जा रहा है। सुरक्षित माने जाने वाले अस्पताल भी अब अपराधियों की पनाहगाह बने नजर आने लगे हैं। इसी कड़ी में पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में महिला मरीज से दुष्कर्म का मामला सामने आया है।
हालांकि पुलिस के अनुसार मामला लगभग तीन माह पुराना है। इस बीच महिला मरीज को ब्लैकमेल कर आरोपित ने कई बार दुष्कर्म किया है। पूरे मामले की शिकायत मिलने पर अस्पताल प्रशासन ने चार सदस्यीय उच्चस्तरीय टीम गठित कर जांच कराई तो इसकी आखिरकार पुष्टि हो ही गई। वारदात की जांच रिपोर्ट आने के बाद से ही संबंधित वार्ड ब्वाय पखवारे भर से मौके से फरार है।
वहीं अस्पताल प्रशासन की चुप्पी लंबे समय के बाद टूटी है। हालांकि अस्पताल प्रशासन ने जांच रिपोर्ट विभागीय कार्रवाई की संस्तुति के साथ अग्रसारित कर दी है। कल्पना सहज की जा सकती है कि जहां मरीज अपनी जान बचाने के लिए आते हैं वहीं पर हैवान उनको मिल जाएंगे कल्पना सहज ही रूह कंपाने वाली है।
आरोप है कि करीब दो माह पहले इलाज कराने आई मरीज को वार्ड ब्वाय ने बरगलाते हुए बातों में फंसा कर रोके रखा। बाद में एक खाली कमरे में ले जाकर दुष्कर्म किया। इसकी वीडियो बना कर ब्लैक मेल कर कई बार बुला कर मनमानी करता रहा।
कई बार दुष्कर्म किए जाने से आजिज आकर महिला ने विषाक्त पदार्थ भी खा लिया था। इस पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस बीच मौका पाकर महिला ने दो माह पहले सीएमएस को आपबीती सुनाई। अस्पताल में दुष्कर्म और ब्लैक मेलिंग की जानकारी मिलते ही अस्पताल प्रशासन सकते में आ गया।
इसके बाद आरोपित पर पुलिसिया कार्रवाई करने के बजाय अस्पताल प्रबंधन खुद की विवेचक बन गया और वार्ड ब्वाय का पटल बदलते हुए विभागीय जांच शुरू कराई गई। इसका नतीजा यह हुआ कि आरोपित को आराम से फरार होने का मौका मिल गया। आरोपित अब पखवारे भर से फरार बताया जा रहा है। जबकि इस दौरान अन्य कितने मरीज उसकी गंदी नीयत का शिकार बने यह जानकारी सामने नहीं आ सकी है।
सीएमएस डा. आरएस राम के अनुसार वार्ड ब्वाय के खिलाफ दुष्कर्म व ब्लैक मेलिंग की शिकायत मिली थी। चार सदस्यीय दल की जांच में आरोप सत्य पाए गए हैं। वार्ड ब्वाय इसके बाद से ही फरार है। उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है। पीड़िता की ओर से पुलिस में रिपोर्ट की जानकारी नहीं है। पुलिस मांगती है तो उसे जांच रिपोर्ट देने के साथ हर संभव मदद की जाएगी।

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