रमना सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पर तैनात संविदा चालक ने फांसी लगाकर दी जान, हत्या का आरोप लगाकर हंगामा, तोड़फोड़
वाराणसी के रमना सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में 24 वर्षीय संविदा चालक लवकुश पटेल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा ...और पढ़ें

घटना की जानकारी बुधवार की सुबह गार्ड रंजीत पटेल ने पुलिस और मृतक के स्वजन को दी।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। लंका थाना क्षेत्र के रमना स्थित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में बने कमरे के अंदर 24 वर्षीय लवकुश पटेल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। लवकुश जलजल विभाग के संविदा चालक के पद पर तैनात था। घटना की जानकारी बुधवार की सुबह गार्ड रंजीत पटेल ने पुलिस और मृतक के स्वजन को दी।
सूचना मिलने पर स्वजन घटना स्थल पहुंचे और कमरे का दरवाजा तोड़कर अंदर से शव को निकाल लिया। इसके बाद उन्होंने कमरे में तोड़फोड़ करते हुए हत्या का आरोप लगाकर हंगामा कर दिया।
प्रभारी निरीक्षक लंका, राजकुमार शर्मा ने स्वजन को शांत कराने के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। स्वजन का आरोप है कि सुरक्षा गार्ड रंजीत पटेल ने अन्य लोगों के साथ मिलकर लवकुश की हत्या की है और इसे आत्महत्या का रूप देने का प्रयास किया है। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि कर्मचारी अक्सर रात में पार्टी करते थे। मंगलवार की शाम को लवकुश घर नहीं गया और यहीं रुका था, जिससे कई तरह की चर्चाएं भी उठ रही हैं।
मृतक लवकुश पटेल राजातालाब थाना क्षेत्र के गजापुर गांव के रहने वाले लालमन पटेल का बेटा था। लालमन पटेल के तीन बेटे हैं और लवकुश की शादी मात्र डेढ़ माह पूर्व हुई थी। थाना प्रभारी निरीक्षक राजकुमार शर्मा ने बताया कि मृतक के मोबाइल की जांच की जाएगी और आरोपित गार्ड से पूछताछ की जाएगी। तहरीर के आधार पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
स्वजन द्वारा किए गए हंगामे और तोड़फोड़ के बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया। घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि लवकुश एक शांत स्वभाव का युवक था और उसकी आत्महत्या के पीछे कोई गंभीर कारण हो सकता है।
इस घटना ने न केवल परिवार को बल्कि पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। स्वजन की मांग है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और दोषियों को सजा मिले। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है और सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है।
इस घटना ने यह सवाल उठाया है कि क्या कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य और सुरक्षा का ध्यान रखा जा रहा है। लवकुश की मौत ने एक बार फिर से आत्महत्या के मामलों पर ध्यान केंद्रित किया है, जो समाज में एक गंभीर समस्या बनती जा रही है।

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