बीएचयू की नेत्र कैंसर इलाज तकनीक अपनाएगा ओमान
वाराणसी : बीएचयू में आंखों के कैंसर के कटलर वियर्ड तकनीक से इलाज की ओमान के विशेषज्ञों ने खूब सराहना
वाराणसी : बीएचयू में आंखों के कैंसर के कटलर वियर्ड तकनीक से इलाज की ओमान के विशेषज्ञों ने खूब सराहना की है। चिकित्सा विज्ञान संस्थान बीएचयू के नेत्र विभाग की ओर से रविवार को केएन उडप्पा सभागार में आयोजित 'काशी आइप्लास्टी-2017' कांफ्रेंस में इस तकनीक का प्रदर्शन हुआ। ओमान के मस्कट से आए डा. अब्दुल्ला अलमुजाइनी ने इसकी खूब सराहना की। मीडिया से बातचीत में कहा कि यह तकनीक ओमान में नहीं है। इस तकनीक से ओमान में आंखों के कैंसर का इलाज करेंगे। बताया कि ओमान के अनुरूप भारत में भी ट्यूमर की समस्या अधिक है। इसके पूर्व अखिल भारतीय आकुलोप्लाटी कांफ्रेंस की शुरुआत संस्थान के निदेशक प्रो. वीके शुक्ला, डीन प्रो. जेपी ओझा, सर सुंदरलाल अस्पताल के अधीक्षक डा. ओपी उपाध्याय, विभागाध्यक्ष प्रो. एमके सिंह व आयोजन सचिव डा. ओपी मौर्या ने की।
सुअर के मांस से कई समस्याएं : बांग्लादेश से आए नेशनल इंस्टीट्यूट ढाका के डा. सैयद महमूद अल कादिर ने कहा कि भारत में अधिक लोग सुअर का मांस खाते हैं। यही कारण है कि कई समस्याएं उत्पन्न होती है। कहाकि अगर कोई कच्चा या अधपका मीट खाता है तो उसे कैंसर सहित कई गंभीर बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। नेपाल के डा. बेन लिंबू कहा कि आंख में मांस बढ़ जाएं तो तुरंत विशेषज्ञ चिकित्सक से मिलना चाहिए।
बच्चों के नेत्रों में बढ़ रही समस्या
प्रो. सिंह ने बताया कि इन दिनों बच्चों में आंख के कैंसर की भी समस्या बढ़ रही है। बच्चे की आंख की पुतली बिल्ली की तरह सफेद चमके या गांठ नजर आए तो तुरंत परामर्श लेना चाहिए। मौके पर डा. वीपी सिंह, डा. ओपीएस मौर्या, डा. प्रशांत भूषण, डा. दीपक मिश्र आदि मौजूद रहे। संचालन इमरजेंसी वार्ड सीएमओ डा. पीआर सेन ने किया।
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