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    UP के 23 गांवों में सर्किल रेट 50% बढ़ा, एक्सप्रेसवे और हाईवे के किनारे जमीन खरीदना हुआ महंगा

    Updated: Fri, 31 Oct 2025 05:48 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश के 23 गांवों में जमीन का सर्किल रेट 50% तक बढ़ गया है। यह वृद्धि एक्सप्रेसवे, हाईवे और स्टेट हाईवे के नजदीक के इलाकों में हुई है। इस फैसले से किसानों को जमीन बेचने पर ज्यादा फायदा होगा, और निवेशकों को भी निवेश का अवसर मिलेगा। 

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    जागरण संवाददाता, उन्नाव। निबंधन विभाग के अंतर्गत संपत्ति मूल्यांकन (कृषि व आवासीय जमीन) की नई दरें निर्धारित किए जाने का क्रम शुरू हो चुका है। नई दरों के निर्धारण में महानगरों, एक्सप्रेसवे, हाइवे, स्टेट हाइवे के अलावा औद्योगिक क्षेत्र से सटे क्षेत्रों में संपत्ति मूल्यांकन की दरें औसतन रूप से अधिकतम 30 प्रतिशत तक बढ़ेंगी।

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    इन दरों को निर्धारित किए जाने की तैयारी जहां एक ओर प्रशासन ने कर ली है। वहीं इसके पहले जनता को आपत्ति दिए जाने का मौका दिया गया है। प्रशासन ने जो बढ़ोतरी प्रस्तावित की है, उसके सापेक्ष सात नवंबर से आम लोगों से आपत्तियां मांगी गई हैं। इस कवायद में वह तहसील जो गैर जनपद की सीमा से जुड़ रही हैं। उनसे जुड़े सदर तहसील के 23 गांवों में जमीन का सर्किल रेट 50 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा।

    सर्किल रेट लागू करने की तैयारी शुरू

    जनपद में भूमि का नया सर्किल रेट लागू करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसमें आवासीय भूमि में जहां 25 से 30 प्रतिशत, वहीं कृषि जमीन में 22 से 25 तक बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया गया है। अभी जिला प्रशासन ने प्रस्तावित वृद्धि पर आपत्तियां मांगी हैं। आपत्ति का निस्तारण होने के बाद 17 नवंबर से नया सर्किल रेट लागू हो जाएगा। 17 नवंबर से होने वाली वृद्धि के साथ ही जमीन की खरीद-फरोख्त महंगी हो जाएगी। रजिस्ट्री विभाग के सूत्रों के मुताबिक, नए सर्किल रेट में सेगमेंट मार्ग (राष्ट्रीय व राज्यमार्ग) पर स्थित संपत्तियों की दरों में 25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई है।

    नगरीय व अर्द्धनगरीय क्षेत्र की अकृषक यानि आवासीय भूमि की दर में 30 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्र की अकृषक भूमि की दर में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी प्रस्तावित है। सभी क्षेत्रों की कृषि योग्य भूमि की दरों में 25 प्रतिशत तक की वृद्धि प्रस्तावित की गई है। एक अनुमान के आधार पर शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 18 से 30 फीसदी की वृद्धि की जा सकती है। उदाहरण के तौर पर 16 नवंबर तक जिस क्षेत्र में जमीन की कीमत पांच हजार प्रति वर्ग मीटर रहेगी, 17 नवंबर से उसमें पांच सौ से डेढ़ हजार रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है।

    बीघापुर और सदर सीमा के गांव जहां 50 से 53 प्रतिशत की बढ़ोतरी

    प्रक्रिया के तहत 11 हसनगंज के 12 गांव बीघापुर के प्रभावित होंगे। जिसमें सदर तहसील के कुलहा बगहा ग्रामीण का सर्किल रेट 66 प्रतिशत बढ़ाकर 15 से 25 लाख प्रति हेक्टेअर प्रस्तावित है। जबकि बीघापुर तहसील के इससे जुड़े गांव पाही हरदो ग्रामीण व सैदपुर का रेट 23 व 20 लाख से बढ़ाकर 25 लाख का प्रस्ताव दिया गया है। सदर तहसील के महाई व रामपुर ग्रामीण क्षेत्र का सर्किल रेट 46 फीसदी बढ़ाने का प्रस्ताव है।

    बढ़ोतरी के बाद रेट 15 से 22 लाख हो जाएगा। बीघापुर के जगदीशपुर, लालगंज व आंव का रेट 20 से 22 लाख होगा। सफीपुर की सीमा से जुड़े जमालनगर गैर एहतमाली का रेट भी 18 से 20 लाख प्रति हेक्टेयर किया जाएगा। अन्य गांवों में मरौंदा सूचित व मरौंदा मझवारा का सर्किल रेट प्रति हेक्टेयर 13 लाख से बढ़ाकर 20 लाख करने का प्रस्ताव है।