उन्नाव में ओवरलोडिंग के खेल में शामिल ARTO के चार सिपाही निलंबित, PTO पर भी संकट बरकरार
उन्नाव में ओवरलोडिंग के खेल में शामिल एआरटीओ अधिकारियों के तीन सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है। कानपुर एसटीएफ की जांच में पता चला कि ये सिपाही ओवरलोड वाहनों को सीमा पार कराने में मदद करते थे और वसूली का हिस्सा अधिकारियों तक पहुंचाते थे। इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद से एआरटीओ छुट्टी पर हैं, जिससे राजस्व का नुकसान हो रहा है और सड़कों पर अराजकता बढ़ गई है।

जागरण संवाददाता, उन्नाव। सिंडीकेट को अपने अधिकारियों की लोकेशन देकर ओवरलोड वाहनों को जिले की सीमा से पास कराने के चल रहे खेल में दो एआरटीओ के हमराही तीन सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया।
यह तीनों सिपाही लंबे समय से ओवरलोडिंग के खेल को बढ़ावा देकर खुद के साथ अपने अधिकारियों की भी जेब भर रहे थे। चर्चा है कि प्रवर्तन अधिकारियों पर कार्रवाई की तलवार लटक सकती है। फिलहाल यह तीनों अधिकारी 12 नवंबर को एफआइआर दर्ज होने के बाद से लगातार छुट्टी पर हैं।
कानपुर एसटीएफ के दारोगा राहुल सिंह परमार ने 11 नवंबर 2025 को ओवरलोडिंग का खेल पकड़ा था। पांच आरोपित सुनील सचान पुत्र शिवशंकर निवासी जवाहरनगर घाटमपुर कानपुर, प्रदीप सिंह पुत्र उदयभान सिंह निवासी स्योहि ललरपुर, थाना घाटमपुर कानपुर, श्रीकिशन पुत्र भगवानदीन निवासी नारायच, थाना भौंडाहा, जनपद हमीरपुर, तारिक व नियाज अहमद निवासी हिरन नगर पर मुकदमा दर्ज कराया था।
सभी आरोपितों ने बताया था कि एआरटीओ प्रवर्तन संजीव कुमार सिंह के हमराही प्रदीप व रंजीत, प्रवर्तन द्वितीय प्रतिभा गौतम के हमरारी सुरेंद्र की मिलीभगत से गिट्टी, मौरंग व बालू लदे ओवरलोड वाहनों के मालिकों से मोटी रकम लेकर जिले की सीमा पार कराते थे।
ट्रक चालकों से की गई वसूली का कुछ हिस्सा परिवहन विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों को भी दिया जाता था। आरोपितों ने यह भी बताया कि वह लगभग दो वर्षों से इस कार्य में सक्रिय हैं और अब तक सैकड़ों ओवरलोड ट्रक व डंपर पास करा चुके हैं।
रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से दोनों एआरटीओ व पीटीओ न ही कार्यालय आए और न ही प्रवर्तन कार्य करते दिखे। 24 नवंबर को एआरटीओ प्रशासन श्वेता वर्मा ने बताया था कि सभी एआरटीओ व पीटीओ छुट्टी पर चले गए हैं।
प्रवर्तन का कार्यभार भी उन्हें ही सौंपा गया है। अब परिवहन निदेशालय ने आरोपित सिपाही प्रदीप, रंजीत व सुरेंद्र को निलंबित कर दिया। एआरटीओ व पीटीओ के छुट्टी पर होने से सड़क पर वाहन चालकों की अराजकता तो बढ़ी ही हैं, राजस्व को भी बड़ा नुकसान हो रहा है।
अधिकारियों की गैरमौजूदगी में अनफिट वाहन सड़क पर बेखौफ होकर मौत को दावत दे रहे हैं। एआरटीओ श्वेता वर्मा ने बताया कि प्रवर्तन कार्य के लिए अधिकारियों के सड़क पर न होने से अराजकता बढ़ने के साथ राजस्व भी घट रहा है।

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