बांग्लादेशी नागरिकों की मदद करने वाले दो आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज, भेजा जेल
उन्नाव में बांग्लादेशी नागरिक नसीम की मदद करने वाले पूर्व प्रधान नीरज यादव और उद्यमी के चालक नूर मोहम्मद के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज बनाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। पूछताछ के बाद दोनों को न्यायालय में पेश किया गया जहाँ से उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस जांच में पता चला कि नूर मोहम्मद फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनवाता था।

जागरण संवाददाता, उन्नाव । बांग्लादेशी नागरिक नसीम के मददगार पूर्व प्रधान, उद्यमी के चालक के खिलाफ दही थाना पुलिस ने शुक्रवार को धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार करने समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। पूछताछ के बाद पुलिस दोनों को शाम को न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया।
लखनऊ एयरपोर्ट पर पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिक नसीम द्वारा उसके पासपोर्ट तैयार करने और लंबे समय तक शरण देने के मददगार के रूप में सदर तहसील क्षेत्र के गांव टीकरगढ़ी के पूर्व प्रधान नीरज यादव, कुत्तों के बिस्कुट तैयार करने वाला पाउडर बनाने वाले फैक्ट्री संचालक सहारनपुर जिले के एकता कालोनी कुतुबशेर के मूल निवासी नूर मोहम्मद को अलग अलग समय में पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया था।
दोनों से अलग-अलग हुई पूछताछ
पुलिस व आइबी की टीम द्वारा उक्त दोनों से अलग-अलग पूछताछ की गई। इसके बाद दोनों से लखनऊ की सरोजनी नगर पुलिस से भी पूछताछ की। चार दिनों की पूछताछ के बाद दही पुलिस ने उनके खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार करने समेत विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर शुक्रवार शाम को न्यायालय में पेश किया।
वहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। पुलिस ने बताया कि जांच में पाया गया कि नूर मोहम्मद फर्जी निवास बनवाता था। 2018 में नीरज यादव ने अपने पैड पर निवास प्रमाण पत्र के लिए पत्र जारी किया था। जिसमें गवाहों के आधार पर कार्रवाई की गई है। अभी लेटर पैड की जांच की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है।
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