एक्सप्रेस-वे पर शून्य विजिबिलिटी में भी नहीं होंगे हादसे, यूपीडा ने निकाला 'मिलिट्री' वाला फॉर्मूला
उन्नाव में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यूपीडा ने एक नई पहल की है। दृश्यता कम होने पर, भारी वाहनों को ए ...और पढ़ें

मोहित पांडेय, उन्नाव। लंबे व सुनसान रास्तों पर जहां वाहन गति से बात करते हैं, वहां सुरक्षा के लिहाज से तमाम बंदोबस्त तब कमजोर हो जाते है, जब प्राकृतिक और मानवीय कृत्य कहर बनकर टूटते हैं।
बात जनपद से गुजरे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे की हो रही है। जिस पर आम दिनों में होने वाली दुर्घटनाएं तब बढ़ गई है कि जब कड़ाके की सर्दी व घने कोहरे के साथ दृश्यता बेहद कम हो गई थी।
कोहरे की मोटी चादर से आधुनिक वाहनों की प्रकाश व्यवस्था कमजोर होने से वाहन चालकों की तमाम सतर्कता के बावजूद लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं। इससे बचाव के लिए अब तक असफल साबित हो रहा यूपीडा का सुरक्षा विभाग ने अब भारतीय सेना की तरह यातायात ड्रिल (कानवाई) की व्यवस्था शुरू की है।
भीषण कोहरे में दृश्यता शून्य होने पर एक्सप्रेसवे पर रफ्तार न के बराबर हो जाती है। ऐसे में खराब हुआ वाहन पीछे आ रहे वाहन सवारों के लिए काल बन जाता है। दिखाई न देने से एक के बाद एककर कई वाहन आपस में टकरा जाते हैं।
14 दिसंबर की सुबह लगभग छह बजे उन्नाव सीमा में बेहटामुजावर क्षेत्र में इंटरचेंज के पास कोहरे में दृश्यता कम होने से एक के बाद एककर 10 वाहन आपस में टकरा गए थे। जिसमें बस चालक व बाइक सवार की मौत हो गई थी।
पूर्व में भी कोहरे में इस तरह के हादसे होते रहे हैं। शून्य दृश्यता में वाहन हादसे का शिकार न हो, इसको लेकर यूपीडा की सुरक्षा टीम ने बड़ी योजना बनाई है। टोल के पास या जिस जगह मरकरी लाइट की रोशनी, पेट्रोल पंप हैं, वहां भारी वाहनों को एक जगह कर कतारबद्ध किया जाएगा।
इसके बाद पेट्रोलिंग टीम व पुलिस द्वारा एक निर्धारित लेन से इन वाहनों को ले जाया जाएगा। इन वाहनों के आगे पीछे यूपीडा व पुलिस के वाहन लाइट जलाकर चलेंगे। सुरक्षाधिकारियों का मानना है कि इस प्रकिया से भारी वाहन गलत लेन में नहीं चल पाएंगे और छोटे वाहन आसानी से निकल जाएंगे।
पार्किंग लेन में भी अधिक देर तक नहीं खड़े होंगे वाहन
एक्सप्रेसवे पर सफर के दौरान अब पार्किंग लेन में अधिक देर तक वाहन खड़ा नहीं रखने दिया जाएगा। वाहन के खराब होने पर पेट्रोलिंग कर्मियों द्वारा सुरक्षा के सभी उपाय किए जाएंगे। यूपीडा के मुख्य सुरक्षाधिकारी ने बताया कि कोहरे में हादसों पर अंकुश लगाने के लिए सभी पेट्रोलिंग टीमों को इसके निर्देश दिए गए हैं।
कोहरे में दृश्यता शून्य होने पर कानवाई के जरिए वाहनों को निकाला जाएगा। यह व्यवस्था 18 दिसंबर गुरुवार से ही शुरू की गई है। जहां तक धुंध का प्रभाव रहेगा, इन वाहनों को पेट्रोलिंग व पुलिस वाहन वहां तक ले जाएंगे।
- रमेश चंद्र दुबे, सुरक्षाधिकारी, यूपीडा

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