उन्नाव में दर्दनाक हादसा, कमरे में अंगीठी जलाकर सो गई मां, दम घुटने से दो बच्चों समेत तीन की मौत
Unnao News उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है जहां एक महिला और उसके दो बच्चों की मौत हो गई। कमरे में अंगीठी जलाकर सोने के कारण दम घुटने से यह हादसा हुआ। महिला के पति फौज में सूबेदार हैं और लद्दाख में तैनात हैं। घटना की जानकारी मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया।

जागरण संवाददाता, उन्नाव। कमरे में अंगीठी जलाकर सोई महिला व दो बच्चों की दम घुटने से मौत हो गई। फौज में सूबेदार पति के फोन करने व फोन न उठने पर घटना की जानकारी हुई। पुलिस ने शव कमरे से बाहर निकाले तो कोहराम मच गया।
बांगरमऊ के न्यू कटरा मुहल्ला निवासी फौज में सूबेदार आलोक सिंह मौजूदा समय में लद्दाख में तैनात हैं। घर में उनकी 35 वर्षीय पत्नी नीतू सिंह, अपने सात वर्षीय बेटे वैभव और चार वर्षीय बेटी वैष्णवी के साथ रहती थी। सूबेदार आलोक सिंह ने सोमवार सुबह पत्नी को कई बार फोन किया, फोन न उठने पर उन्होंने अपने गांव फतेहपुर चौरासी के गांव मुन्नीखेड़ा निवासी स्वजन को जानकारी दी।
मृत अवस्था में मिले दोनों बच्चे व मां
इसपर छोटा भाई पंकज वहां पहुंचा तो उसे घर का मेन गेट बंद मिला। कई बार आवाज लगाने पर जब गेट नहीं खुला तो वह छत के रास्ते घर में दाखिल हुआ। अंदर के दरवाजे तोड़कर कमरे में पहुंचा तो नीतू और दोनों बच्चे मृत अवस्था में पड़े मिले। बांगरमऊ अरविंद कुमार ने मामले की जांच की।
उन्होंने बताया कि कमरे में अंगीठी का धुआं भरा मिला। आशंका है कि गैस बनने से दम घुट गया, जिससे मां बच्चों की मौत हो गई। भाई पंकज ने सूबेदार को फोन से जानकारी दी और बिलख पड़ा।
अंगीठी की चिंगारी से झोपड़ी में लगी आग, जिंदा जला बालक
वहीं इसीप्रकार का एक अन्य मामला मऊ जिले से सामने आया है। खैरा देवारा गांव में रविवार की सुबह आठ बजे अंगीठी की चिंगारी से झोपड़ी में आग लग गई। इस दौरान सिलिंडर के चूल्हे पर खाना बना रही महिला घबरा गई और भाग कर शोर मचाने लगी। इस बीच सिलिंडर भी आग की चपेट में आ गया और फट गया। हादसे में झोपड़ी में ही सो रहा डेढ़ वर्षीय बालक जिंदा जल गया। इस अग्निकांड में आठ बकरियां भी जलकर मर गईं।
गृहस्थी का सारा सामान जलकर राख हो गया। महिला खाना बनाने के दौरान अंगीठी से आग भी ताप रही थी। वह कुछ दिन पूर्व ही बालक के साथ अपने मायके पहुंची थी।
खैरा देवारा निवासी रामबढ़ाई चौहान की पुत्री रविता का विवाह क्षेत्र के छतहरा में रामप्रकाश चौहान के साथ हुआ है। इनका एक डेढ़ वर्ष का पुत्र रोहित था। रामबढ़ाई घर में अकेले ही रहते हैं। इसकी वजह से उनकी देखभाल के लिए रविता कुछ दिन पूर्व ही अपने पुत्र के साथ मायके आई थी।
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