इस QR कोड को स्कैन कर... व्हीकल सर्विस स्टेशन से लेकर रेस्टोरेंट तक; NH पर मिलेगी हर सुविधा की जानकारी
उत्तर प्रदेश में नेशनल हाईवे को स्मार्ट बनाने की तैयारी है। हाईवे पर क्यूआर कोड वाले हाईटेक साइन बोर्ड लगाए जाएंगे। क्यूआर कोड स्कैन करते ही पेट्रोल पंप, अस्पताल, होटल, और पुलिस स्टेशन जैसी जरूरी जानकारी मिल जाएगी। किसी भी असुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर 1033 पर कॉल कर सकते हैं। यह सुविधा यात्रियों के लिए बहुत उपयोगी होगी।

जागरण संवाददाता, उन्नाव। अब किसी भी नेशनल हाईवे पर यात्रा के दौरान मूलभूत सुविधाओं के लिए भटकना या वाहन रोककर बार-बार किसी स्थल की जानकारी के लिए पूछताछ नहीं करनी पड़ेगी। जल्द ही एनएच पर ऐसे हाईटेक साइन बोर्ड लगाए जाएंगे, जिसमें क्यूआर कोड होगा।
इस क्यूआर कोड को मोबाइल से स्कैन करते ही नजदीकी पेट्रोल पंप, अस्पताल, होटल, रेस्टोरेंट, पुलिस स्टेशन, शौचालय, ट्रक ले-बाय, पंचर रिपेयर शाप, व्हीकल सर्विस स्टेशन और ई-चार्जिंग स्टेशन समेत अन्य की जानकारी मिल जाएगी।
नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया (एनएचएआइ) सभी हाईवे को और स्मार्ट बनाने की तैयारी शुरू की है। क्यूआर कोड साइन बोर्डों के माध्यम से यात्रियों को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या, परियोजना की लंबाई, निर्माण, रखरखाव अवधि, राजमार्ग पेट्रोल, टोल मैनेजर, प्रोजेक्ट मैनेजर, रेजिडेंट इंजीनियर, एनएचएआइ क्षेत्रीय कार्यालय सहित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां तुरंत मिलेंगी। कानपुर-लखनऊ हाईवे पर जाजमऊ से सोहरामऊ के बीच लगभग 55 किमी की दूरी में भी यह साइनेज बोर्ड लगाए जाएंगे। इसके लिए योजना तैयार हो चुकी है। ओवरले के चलते डामरीकरण की दोहरी परत चढ़ाए जाने के बाद लाइट, संकेतक समेत अन्य खामियों को पूरा करने के साथ यह हाइटेक साइन बोर्ड भी लगाए जाएंगे।
किसी भी असुविधा पर मिलाएं हेल्पलाइन नंबर
हाईवे पर सफर के दौरान कोई भी असुविधा होने पर आपातकालीन हेल्पलाइन 1033 मिलाएं। नंबर मिलाते ही एनएच की ओर से दी जाने वाली हर सुविधा यात्रियों को उपलब्ध होगी।
यहां लगेंगे साइन बोर्ड
यह साइन बोर्ड रेस्ट एरिया, टोल प्लाजा, ट्रक ले-बाय, हाईवे के स्टार्ट और इंड प्वाइंट पर लगाए जाएंगे। इन सुविधाओं से लैस होने के बाद नेशनल हाईवे पर यात्रा करने वालों को किसी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा।
नेशनल हाईवे पर हाईटेक साइन बोर्ड लगाने की योजना बनाई गई है। साइन बोर्ड में क्यूआर कोड भी लगा होगा। जिसे मोबाइल से स्कैन करते ही हर जानकारी उपलब्ध हो जाएगी। जल्द ही इस पर काम शुरू किया जाएगा।
- कर्नल शरद सिंह, पीडी एनएचएआइ, लखनऊ
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